प्रयागराज (ब्‍यूरो)। घटना की गंभीरता को देखते हुए खुद डीएम संजय खत्री काफी एक्टिव रहे। उन्होंने मामले में चार डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया। पैनल ने बारी-बारी पांचों की बॉडी का पोस्टमार्टम किया। सूत्रों की मानें तो डॉक्टरों ने तीनों नाबालिग माही, पीहू व कुहू व महिला प्रीती के गले पर ठीक सामने बलपूर्वक धारदार हथियार से एक वार पाया है। महिला के दाहिने हाथ पर भी हल्की चोटें पाई गई हैं। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि महिला ने कातिल से संघर्ष करने की कोशिश की होगी। कातिल ने बलपूर्वक उसके हाथ को पकड़ा व झटका और मारा होगा। खैर साड़ी के सहारे फांसी के फंदे पर लटक रही राहुल तिवारी की बॉडी का पोस्टमार्टम लास्ट में किया गया। राहुल की मौत का कारण रिपोर्ट में फांसी बताया गया है। ऐसे में कयास यह लगाया जा रहा है कि पहले व पत्नी व बच्चों की धारदार हथियार से हत्या किया। इसके बाद खुद फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। फांसी के अलावा राहुल की शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं।

तब तो बेगुनाह हैं नामजद आरोपित

मौके से पुलिस को मिले लेटर की हैंडराइटिंग का टेक्निकल मिलान अभी बाकी है। छानबीन में मिले तथ्यों के आधार पर पुलिस वह राइंिटंग राहुल की बता रही है। राहुल के बड़े भाई मुन्ना द्वारा चार लोगों को मामले में नामजद किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर गौर करें तो पूरा मामला मर्डर टू सुसाइड की तरफ इशारा करता है। जबकि दर्ज मुकदमें में राहुल के दो साले व उसके दो दोस्तों पर हत्या के आरोप है। पीएम रिपोर्ट का लाभ आरोपित उठा सकते हैं। पुलिस द्वारा मामले की जांच में लगाई सात टीमें आरोपितों व हिरासत में लिए गए अन्य लोगों से भी पूछताछ में देर रात तक जुटी रही।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में परिवार के मुखिया राहुल की मौत का कारण फांसी लगाने से पाया गया है। पूरा मामला मर्डर टू सुसाइड का प्रतीत होता है। फिलहाल मामले की गहन छानबीन जारी है। जो लेटर मिला था उसकी राइटिंग भी राहुल की ही बताई गई है।

प्रेम प्रकाश एडीजी, प्रयागराज जोन