प्रयागराज (ब्‍यूरो)। अभिजीत मिश्रा की रचना 'मुल्क जिंदाबाद था, मुल्क जिंदाबाद रहेगाÓ, पलक श्रीवास्तव ने 'आखिर क्यों लिखती हूं मैं, श्रुति कुशवाहा ने जिंदगी एक किताब, श्रेया कुशवाहा ने बेबस सपनों का सफर, दीपक मौर्य ने बेरोजगारी जीवन पर कैसे दर दर की ठोकर खाती है, अविनाश कुमार यादव ने किसी से कम नहीं हो तुम, ऋतंभरा पांडे ने वह आवाज कहां से लाऊं, स्तुति श्रीवास्तव ने महिला सशक्तिकरण तथा आरती सिंह, संदीप सोनी, वंशिका पाठक, आकांक्षा बुंदेला, मोनी सिंह, शालिनी, शिवेंद्र मिश्रा, सोनम, मनीष आदि छात्र-छात्राओं ने श्रृंगार रस, राष्ट्रभक्ति, मां, विपदा, वीर रस से जुड़ी अपनी-अपनी रचनाएं पढ़ी। धन्यवाद ज्ञापन डॉ स्नेह सुधा ने किया।