प्रयागराज (ब्यूरो)। युवती पढ़ाई लिखाई के लिए घर से बाहर भी जाती रही होगी। ऐसे में युवक उसकी अकेले हत्या घर से बाहर कहीं भी कर सकता था। फिर वह घर में घुसकर उसकी हत्या करने का रिस्क क्यों उठाएगा। वह भी ऐसी स्थिति में जब युवक की मानसिक स्थिति पूरी तरह फिट है। युवती उसके प्यार को एक्सेप्ट नहीं कर रही थी तो तो जाहिर है कि पवन रंजिश भी उसी से ही मान रहा होगा। घर वालों को कोई बात मालूम नहीं थी और वह उसकी राह में रोड़ा भी नहीं थे। फिर वह युवती के साथ उसकी मां, पिता और उसके दिव्यांग भाई की हत्या क्यों करेगा? हालांकि पुलिस ने कहा कि इन सवालों का उत्तर खोजने के लिए उसे कस्टडी में लेकर पूछताछ की जाएगी।
लोगों में सवाल और भी हैं यहां
अकेले गिरफ्तार वन चार लोगों की हत्या अकेले कैसे कर सकता है, यदि कत्ल में उसके और लोग थे उनका नाम भी कबूला होग
फिर पुलिस उसके उन साथियों की गिरफ्तारी अब तक क्यों वह कहां के है पुलिस को यह भी अब तक क्यों नहीं मालूम
यदि पुलिस की बात सच है तो प्रश्न यह भी है कि घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और रॉड क्यों नहीं दिखाई गई
यदि घटना में उसके साथी शामिल थे तो अभियुक्त से पूछताछ कर उनकी डिटेल खोजने के बजाय खुलासे में जल्दबाजी क्यों की गई।
अधिकारी जिस युवक को अभियुक्त बता रहे वह अंतिम क्षण तक कत्ल करने की बात से इंकार क्यों करता रहा
गौरी के नाम से सेफ किया नंबर
खुलासा कर रहे अफसरों ने कहा है कि गिरफ्तार पवन मारी गई युवती का नंबर अपने मोबाइल में गौरी-1 व गौरी-2 के नाम से सेफ कर रखा था। उसे उस युवती का सही नाम तक नहीं मालूम था। युवती के मोबाइल में उसका नंबर सेफ नहीं बताया गया। युवती के पास उसके द्वारा भेजा गया मैसेज मोबाइल नंबर से था।