प्रयागराज (ब्यूरो)। रिपोर्टर ने पावर कारपोरेशन के जिम्मेदारों से भी बात की। उनका कहना था कि किरायेदार को अंडर टेकिंग मकान मालिक देता है। इसी पर बिजली का कनेक्शन दिया जाता है। मकान मालिका जैसे हर महीने अपना किराया वसूलता है, उसे यह भी चेक करना चाहिए कि बिजली बिल जमा हो रहा है या नहीं। अल्टीमेटली तो बिल भुगतान के लिए वही जिम्मेदार है। बकाया वसूली के लिए मकान पर कोई एक्शन लिया जायेगा तो किरायेदार को तो कोई फर्क पड़ेगा नहीं। बाकी सरकार की मर्जी है वह पूरा बिल ही माफ कर दे। हमारी मजबूरी है कि बकाया वसूली के लिए नोटिस भेजें और जमा न होने पर आगे की कार्रवाई करें।

बकायेदार से सीधी बात
रिपोर्टर : आपका नंबर म्योहॉल डिवीजन से मिला है। आपका कोई मकान पत्रिका चौराहा के पास है। आप भी ओटीएस स्कीम के अंतर्गत आती हैं।
नेहा सिंह: हम अशोक नगर में रहते हैं वहां बिल्डिंग किराए पर दे रखे है।
रिपोर्टर: तो क्या किराएदार ने नहीं जमा किया?
नेहा सिंह: मेरी बिल्डिंग में तीन किराएदार हंै। एक कोचिंग वाला बिना बिल जमा किये चला गया है।
रिपोर्टर: विभाग तो बिल्डिंग व मकान नंबर पर बकाया दिखा रहा है
नेहा सिंह: कोचिंग वाला कोरोना काल के कुछ समय पहले से जमा नहीं कर रहा था। बोलने पर जवाब देता था कि खुल जाने दीजिए सब जमा हो जाएगा। इसमें दिन बीतते गये। वह बिना बताये चला गया। हम थोड़े यूज किये हैं जो बिल जमा करें। विभाग जबरन हमसे रिकवरी की बात कर रहा है।

हम क्यों जमा करें दुकानदार का बकाया
रिपोर्टर: आपका नंबर बिजली विभाग से मिला है। आप ओटीएस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं फिर भी इसका लाभ नहीं ले रहे। क्या?
अंकित जायसवाल: जिस जगह की आप बात कर रहे हैं, वहां हम रहते नहीं हैं। किराएदार रहते थे। बकाया उन्हीं का है।
रिपोर्टर: लेकिन बकायेदार तो आप बन गये हैं।
अंकित जायसवाल: दुकानदार चुपके से दुकान खाली करके चला गया। उसका नंबर भी बंद बता रहा है।
रिपोर्टर: योजना से नहीं जुड़ेंगे तो बकाया आप पर ही बढ़ेगा।
अंकित जायसवाल: जब बिजली का इस्तेमाल किरायेदार ने किया है तो उसी से वसूली भी होनी चाहिए। हम क्यों जमा करेंगे उसका बकाया।

समझ में नहीं आता क्या करें
रिपोर्टर: आपका नंबर रामबाग उपकेंद्र से मिला है। आपको बकायेदार बताया जा रहा है।
प्रवीण कुमार: पिता जी के नाम से सुंदरम टावर के पास बिल्डिंग है। उसी बिल्डिंग में एक किराएदार था। वह बिजली का बिल जमा किये बिना ही निकल गए। हम खुद परेशान हैं।
रिपोर्टर: ओटीएस लेकर मामला सैटिल्ड क्यों नहीं करा लेते?
प्रवीण कुमार: बिजली विभाग पहले किराएदार को फोन करता है। मोबाइल स्विच ऑफ होने पर मकान मालिक के नंबर पर कॉल करता है। बिजली वाले कहते हैं कि एनओसी आपने दिया तो जिम्मेदारी भी आपकी बनती है। इसी में मामला फंसा है।

किरायेदार से वसूलें बकाया
रिपोर्टर: आपका नंबर कल्याणी देवी उपकेंद्र से मिला है। बस यह जानना है कि आप ओटीएस अंतर्गत आते है। लंबा बकाया होने के बाद भी लाभ नहीं ले हैं।
मीरा: मेरे पति से बात कर लीजिए, वह आपको बता पाएंगे। पति ने फोन लिया आपको कौन बोल रहे है
रिपोर्टर: मैं दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बोल रहा हूं। बिजली विभाग से आपका नंबर मिला है।
मीरा के पति: जिस मकान पर बकाया है वह किराएदार जमा करेंगे। वह इस्तेमाल कर निकल गए हैं। हम लोग खुद परेशान हैं।

593804
उपभोक्ता ओटीएस स्कीम का लाभ ले सकते हैं जिले में
57586
ने ही इस योजना में अब तक रजिस्ट्रेशन कराया है
37
प्रतिशत के करीब उपभोक्ता ऐसे हैं जो बकाया किरायेदार से वसूलवाना चाहते हैं

मकान मालिक से बिजली कनेक्शन देने से पहले एनओसी लिया जाता है। बिना परमिशन लेटर के कनेक्शन नहीं दिया जाता। अंडर टेकिंग इसीलिए ली जाती है ताकि किरायेदार के न मिलने पर मकान मालिक से बकाया वसूला जा सके। उनसे वसूली के लिए टीम बनी है।
विनोद गंगवार
मुख्य अभियंता प्रयागराज