प्रयागराज ब्यूरो ।एसआरएन अस्पताल परिसर में सैकड़ों की संख्या में कुत्ते मौजूद हैं। यह हमेशा शिकार की तलाश में रहते हैं। अब ये घायल और अक्षम मरीज को भी यह अपना शिकार बनाने लगते हैं। गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने जब इनकी मौजूदगी की जानकारी ली तो पता चला कि हर जगह यह परेशानी का सबब बने हैं। हहृदय रोग विभाग, कैंटीन, दवा काउंटर और पंजीकरण केंद्र पर बड़ी संख्या में कुत्ते नजर आए। इन स्थानों पर अक्सर बड़ी संख्या में मरीज और परिजन मौजूद रहते हैं। कई बार मरीज और परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से कुत्तों द्वारा हमला करने की शिकायत भी दर्ज कराई है।
डीएम ने भी जताई चिंता
गुरुवार को डीएम संजय कुमार खत्री एसआरएन अस्पताल पहुंचे थे। वहां पर उन्होंने बुधवार की घटना को संज्ञान लेते हुए जानवरों की मौजूदगी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि नगर निगम को कैटल वाहन लगाकर इन्हें पकडऩे का निर्देश दिए जाएंगे। जिससे मरीज और परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

यह बड़ी समस्या है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा के लिए आवारा जानवरों को हटाना जरूरी है। ऐसा नही करने से उनके हमला करने का खतरा बना रहता है।
शुभम, छात्र

हमने पहले भी इस समस्या को लेकर विरोध दर्ज कराया था। बुधवार को हुई घटना वाकई चिंताजनक है। अस्पताल प्रशासन द्वारा कुत्तों को हटाने की कोशिश की जानी चाहिए।
सौरभ गुप्ता, व्यापारी

प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। मरीज खुद असहाय होता है और ऐसे में जानवर उनको नुकसान पहुंचा सकते हैं। अस्पताल में इन सभी चीजों पर ध्यान देना जरूरी है।
रितेश अग्रवाल, व्यापारी

हमने पहले भी नगर निगम को इस समस्या से अवगत कराया है। खुद डीएम साहब ने भी इस पर ऐतराज जताया है। अगर कुत्तों को हटा दिया जाए तो सुरक्षा में इजाफा होगा।
अजय कुमार सक्सेना, एसआईसी, एसआरएन अस्पताल प्रयागराज