- तीन साल की बच्ची की मौत के कारणों की जांच कर रही है समिति

- आज डीएम को सौंपी जाएगी घटना की अंतरिम रिपोर्ट

करेली के करेंहदा गांव की तीन साल की खुशी मिश्रा की मौत का कारण आज सामने आएगा। पता चलेगा कि मासूम की जान किन परिस्थि्तियों में कैसे गई। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी द्वारा गठित समिति मामले की लगभग जांच पूरी कर चुकी है और बुधवार को अंतरिम रिपोर्ट सौंपी जाएगी। जिसके आधार पर जिला प्रशासन कार्रवाई को लेकर अपना फैसला सुनाएगा।

चार दिन से हो रहा इंतजार

पांच मार्च को मासूम खुशी मिश्रा की यूनाइटेड मेडिसिटी हॉस्पिटल की चौखट पर इलाज के अभाव में मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल की डिमांड के अनुसार पैसे नहीं देने पर डॉक्टरों ने बच्ची के आपरेशन के बाद पेट खुला छोड़ दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले से हड़कंप मचने के बाद डीएम ने तत्काल एडीएम सिटी और सीएमओ के नेतृत्व में संयुक्त जांच समिति गठित कर रिपोर्ट मांग ली। लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी समिति अपनी रिपोर्ट सबमिट नहीं कर पाई। अब बताया जा रहा है कि बुधवार को रिपोर्ट सौंपी जानी है।

अभी भी इंसाफ का इंतजार

अपनी बेटी को खोने के बाद परिजनों को अब इंसाफ की आस है। उनको लगता है कि समिति की रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन उनके जख्मों पर मरहम जरूर लगाएगा। यही कारण है कि सभी शांति से इस रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों का भी कहना है कि प्रत्येक पहलू के आधार पर ही जांच की जा रही है। सभी पक्षों का बयान लिया गया है। किन परिस्थितियों में घटना हुई यह भी देखा जा रहा है।

चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की भूमिका भी संदिग्धा!

इस पूरे मामले में चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की भूमिका को भी साधारण नहीं माना जा सकता है। परिजनों की माने तो यहां पर बच्ची तीन और चार मार्च को भर्ती थी लेकिन उसका खास इलाज नहीं किया गया। कोई कोशिश होती तो शायद कोई सकारात्मक परिणाम आ सकता था। लेकिन उचित इलाज नहीं मिलने से पांच मार्च को उसने दम तोड़ दिया। मामले की रिपोर्ट बाल संरक्षण आयोग ने तलब की है। वहीं परिजनों की शिकायत पर यूनाइटेड मेडिसिटी के डॉ। अंकित गुप्ता के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला भी दर्ज किया गया है।

अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी, अल्टीमेटम

मासूम की मौत के मामले में विरोध थमने का नाम नही ले रहा। मासूम को इंसाफ दिलाने के लिए और आरोपियों पर सख्त कार्यवाई की मांग को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने अस्पताल के गेट पर खुशी की तस्वीर लेकर धरना दिया और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अनुज सिंह का कहना है कि ऐसे अस्पतालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई हो जिससे दोबारा किसी की इस तरह जान न जाये। इसके बाद किसान यूनियन के लोगों ने ज्ञापन देकर आरोपियों पर कार्यवाई की मांग की। भारतीय किसान यूनियन ने प्रशासन को कार्यवाई के लिए 15 दिनों का वक्त दिया है। इस दौरान समाजसेवी नेता तारीक सईद अज्जू, संजय यादव समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

कई पहलू पर जांच की जा रही थी। जो अब जांच पूरी हो गई है। विचार विमर्श करने के बाद ही रिपोर्ट तैयार की जाएगी। बुधवार को डीएम को अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।

डॉ। प्रभाकर राय, सीएमओ प्रयागराज