प्रयागराज (ब्‍यूरो)। उमेश पाल अपहरण कांड में सजा सुनाए जाने के दौरान एक वीडियो चर्चा का विषय बनी हुई है। केंद्रीय कारागार नैनी से लाए जाने के दौरान माफिया डॉन अतीक का भाई अशरफ जैसे ही कोर्ट में घुसा वह अचानक मुस्कुराने लगा। ये वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो ये देख सभी हैरान रह गए। जब यह वीडियो बन रहा था तब वहां पुलिस अफसर और अधिवक्तागण ही मौजूद थे। बड़ा सवाल यह है कि आखिर अशरफ की इस रहस्यमई मुस्कान की वजह क्या थी? लेकिन इसका जवाब किसी के पास नहीं था। लेकिन सुनवाई से पहले आखिर मुस्कान के पीछे की वजह पब्लिक अपने-अपने तरीके से निकाल रही है।

बरी होने का पहले से था यकीन
उमेश पाल अपहरण कांड में मंगलवार को सबसे पहले कोर्ट में अशरफ को ही लाया गया। इसके बाद अतीक और अन्य आरोपी कोर्ट परिसर में पहुंचे। अशरफ को कड़ी सुरक्षा के बीच वज्र वैन से उतारकर पुलिसकर्मी कोर्ट रूम में ले जाने लगे जैसे ही वह कोर्ट रूम के बाहर बनी गैलरी में पहुंचा अचानक उसके चेहरे पर मुस्कान बिखर गई। यह देखकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। खास बात यह थी कि इस दौरान केवल कोर्ट रूम के बाहर पुलिस अफसर और अधिवक्ता ही मौजूद थे। सवाल उठा कि आखिर अशरफ किसे देखकर और क्यों मुस्कुराया? इस बात को लेकर अधिवक्ताओं में कानाफूसी होती रही। बाद में जब इस बात की भनक कोर्ट परिसर के बाहर पहुंची तो इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी। कोई मान रहा है कि अशरफ को इस बात का पूरा यकीन था कि वह इस मामले में बाइज्जत बरी हो जाएगा। यही वजह रही कि कोर्ट परिसर में घुसते ही उसके चेहरे पर सिकन नहीं बल्कि बेफिक्री के भाव नजर आए। वहीं कुछ लोग खाकी व काले कोर्ट के रूप में धारण किए खड़े किसी ऐसे शख्स की मौजूदगी का अंदेशा जता रहे हैं जिससे देखने पर अशरफ को राहत और हिम्मत मिलती है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

पिस्टल की बरामदगी ना होने की वजह से अशरफ को मिली राहत
उमेश पाल अपहरण कांड के संबंध में ही विवेचना के बाद पुलिस ने आम्र्स एक्ट का एक मुकदमा दर्ज किया था। आरोप था कि उमेश पाल के अपहरण में जिस पिस्टल का इस्तेमाल हुआ वह अशरफ की लाइसेंसी पिस्टल थी। पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर लेकर उससे गहन पूछताछ भी की। लेकिन वह पिस्टल नहीं बरामद कर सके। कानून के जानकारों का कहना है कि कोर्ट में यह बात भी उसके पक्ष में गई। इसीलिए पिस्टल की बरामदगी ना होने से उसको इस केस में राहत भी मिली है।