प्रयागराज ब्यूरो । नवरात्रि के पावन अवसर पर बाजार में खरीददारी जोर-शोर से चल रही है। विशेष रूप से माता के श्रृंगार के लिए चुनरी की मांग आसमान छूने लगी है। बाजार में इसकी कई वैरायटी उपलब्ध है जिसके दाम भी अलग अलग है। दुकानदारों का कहना है कि नवरात्र लगते ही चुनरियों की बिक्री बढ़ जाएगी। इन नौ दिनों में घर घर चुनरी की मांग होती है, जिसके चलते चुनरी का व्यवसाय करोड़ों में चला जाता है।
विभिन्न आकार व डिजाइन की चुनरी
नवरात्र में चुनरियों की तमाम वैरायटी व आकार मिल जाता है। 12 इंच से लेकर 2 मीटर तक की चुनरियां विभिन्न आकारों और डिज़ाइनों में उपलब्ध हैं। इस साल सबसे अधिक मांग 2 मीटर की चुनरियों की है है, जो माता की बड़ी प्रतिमाओं के लिए खरीदी जा रही हैं। बाजार में चूनरियों के लिए विभिन्न डिज़ाइन जैसे सूरत कढ़ाई वर्क, बनारसी वर्क, मोती वर्क, प्रिंटेड और चमकीले चूनरी की भरपूर वैरायटी मौजूद है। खासकर, गुजराती हेवी वर्क वाली चुनरी की खरीददारी में वृद्धि देखी जा रही है।
हर बजट की चुनरी है उपलब्ध
मार्केट में हर बजट की चुनरी उपलब्ध है। फिर चाहे उसकी कीमत 5 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक हो। ये ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार मिल जाती हैं। ये चुनरियां मुख्यत: सूरत, अहमदाबाद, सादर, और अलीगढ़ से लायी जाती हैं। थोक व्यवसायी बताते हैं कि नवरात्रि के समय चुनरी की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि हुई है। ग्राहक अलग-अलग आकार और डिज़ाइन की चुनरियां खरीद रहे हैं।
भेंट की जाती है चुनरी
नवरात्र की अष्टमी और नवमी पर भक्त अपने घर में कुंवारी कन्याओं को बुलाकर उन्हें भोजन कराते हैं। ऐसे में उनको आदर पूर्वक चुनरी भी भेंट की जाती है। साथ ही भक्त मंदिरों में माता को चुनरी भेंट करते हैं। माता दुर्गा के पूजा पांडालों में भी प्रतिमाओं पर रंग बिरंगी और आकर्षक चुनरी माता को उढ़ाई जाती है। यही कारण है कि देश के तमाम शहरों से बड़ी मात्रा में लाकर चुनरी का व्यवसाय किया जाता है।
वर्जन
बाजार में कई प्रकार की चुनरी उपलब्ध है। यह देश के कई शहरों से यहां बिकने के लिए आती है। नवरात्र में चुनरी की जबरदस्त डिमांड होने की वजह से इसकी बिक्री भी बढ़ जाती है।
अविरल श्रीवास्तव, चुनरी के थोक व्यवसायी, चौक
पूरे नौ दिन तक चुनरी की मार्केट अप रहेगी। छोटी से लेकर विशाल आकार की चुनरी आसानी से दुकानों पर उपलब्ध होगी। इनकी कढ़ाई में भी कई तरह की वैरायटी देखने को मिल जाएंगी।
अंकित टंडन, दुकानदार, चौक