प्रयागराज (ब्यूरो)। 29 लाख रुपये से अधिक खर्च कर इस सिस्टम को लगाया गया था। स्मार्ट सिटी लिमिटेड और नगर निगम की ओर से टेंडर निकाल एजेंसी का चयन किया गया। 2019 में बेंग्लुरु की एक एजेंसी ने जीपीएस लगाया। जीपीएस लगाने वाली संस्था को छह वर्ष तक मेनटेनेंस का जिम्मा उठाना था, लेकिन कई माह से भुगतान नहीं किया गया। पांच माह से एजेंसी ने काम करना बंद कर दिया। तीन माह से ज्यादातर गाडिय़ों का जीपीएस काम ही नहीं कर रहा है। नगर निगम ने अपने स्तर से कुछ गाडिय़ों का जीपीए सही करवाया।

दो वर्ष से रिपेयङ्क्षरग का काम देखने वालों का भुगतान न होने के कारण जीपीएस की मेनटेनेंस नहीं की जा रही है। देखरेख के अभाव में ज्यादातर गाडिय़ों का जीपीएस काम नहीं कर रहा है। इसकी सूचना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों को भी दे दी गई है।
सतीश कुमार
चीफ इंजीनियर