प्रयागराज ब्यूरो । भले ही बड़े बिजनेसमैन या इंजीनियर बन गए हों लेकिन जहां से शिक्षा प्राप्त की और स्टूडेंट लाइफ को बिताया। उसे भूलना आसान नही होता है। एमएनएनआईटी के पुरा छात्र सम्मेलन में शनिवार को यही माहौल दिखा, जब कई साल पहले पास आउट हो चुके छात्रों ने गर्म जोशी से एक दूसरे मुलाकात कर पुरानी यादों को ताजा किया। इस अवसर पर छात्र गतिविधि केंद्र की आधारशिला का अनावरण 1998 बैच द्वारा प्रोफेसर अवनीश कुमार दुबे, डॉ। जितेंद्र एन गमगवार डॉ। प्रोफेसर सुशील कुमार, प्रोफेसर मुकुल शुक्ला और प्रोफेसर एलके मिश्रा कार्यवाहक निदेशक ने किया।
कठिन परिश्रम है सफलता की पूंजी
वहीं आइपे स्मार्ट और स्मार्ट ईमोबिलिटी यूएसए के संस्थापक सीईओ दीपक गर्ग ने संस्थान को अगले पांच साल में 25 करोड़ का डोनेशन देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि कैसे संस्थान और शिक्षकों ने उनके भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कठिन परिश्रम को सफलता की पूंजी बताते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवेंद्र कुमार गोयल (बैच 1977) और सम्मानित अतिथि दीपक गर्ग (1998 बैच), दीपक कुमार यादव (1983 बैच) उपस्थिति रहे।
प्रमाण पत्र देकर बढ़ाया हौसला
सम्मेलन में अवनीश कुमार दुबे ने 1998 बैच के पुरा छात्रों के 1.70 करोड़ के बहुमूल्य और सार्वाधिक योगदान के लिए आभार प्रकट किया। पुरा छात्रों के नक्शे कदम पर चलते हुए 1998 के बैच से 270 पुरा छात्रों ने छात्र गतिविधि परिषद की सरंचना के लिए अपना सहयोग प्रदान किया। एलुमिनाई एसोसिएशन ने सर्वश्रेष्ठ एथलीट पुरस्कार एवं मिस्टर एंड मिसिस क्यूलरी को प्रमाणपत्र देकर उनकी हौसला अफजाई भी की। पूर्वाहन जीएसी-2022 के बाद सेवानिवृत हुए संकाय सदस्यों का 1973 गोल्डन जुबली बैच का दोस्ती के साल 1973 बैच के प्रवेशार्थी का, 1983 रूबी एनिवर्सरी बैच का 1998 सिल्वर जुबली बैच के सम्मेलन की याद के रूप में स्मृति चक्र देकर अभिनंदन किया।
कार्यक्रमों को देखकर हुए खुश
इस दौरान 1973 के पुरा छात्रों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति पेश की। कार्यक्रम की सुनहरी शाम में विभिन्न संस्कृति कार्यक्रम जैसे भारतीय नृत्य, मराठी नृत्य और डांडिया, उन्नीस के दशकों के गानों की शानदार प्रस्तुति पेश की गई और इसके साथ वैश्विक पुरा सम्मेलन का के प्रथम दिवस का समापन हुआ। इस अवसर पुरा छात्र मुख्य अतिथि देवेंद्र कुमार गोयल ने कहा कि जहां से शिक्षा प्राप्त की वहां पर आज चीफ गेस्ट बनना गर्व की बात है। इसके लिए वह लंबे समय से उत्साहित थे और पूरी तैयारी के साथ यहां आए हैं।
सिविल एविऐशन नेपाल से आए 1977 बैच के राम राज लोहनी ने कहा कि 50 साल बाद अपने दोस्तों से मिलने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे एक बार फिर से पुराना समय लौट आया हो। सभी यादें फिर से वापस ताजा हो गईं। हमारी यह मुलाकात लं्रबे समय तक यादगार रहेगी।