प्रयागराज (ब्यूरो)। चारों तरफ सुरक्षा में लगी पुलिस से घिरे अतीक अहमद और अशरफ अपनी सेफ्टी को लेकर आश्वस्त थे। पुलिस जवानों के बीच दोनों भाई धीरे-धीरे काल्विन हॉस्पिटल की तरफ बढ़ रहे थे। हॉस्पिटल गेट के पास पहुंचे ही थे कि इलेक्ट्रानिक मीडियाकर्मी माइक लगाकर सवाल पूछने लगे। मीडिया कर्मियों को जवाब देते हुए अतीक अहमद 'मेन बाल ये है कि गुड्डू मुस्लिमÓ बस इतना ही बोल पाए थे कि साइड से शूटर गोली चला दिए। हत्यारे सबसे पहले अतीक की कनपटी पर गोली मारे थे। गोली लगते ही जैसे अतीक के गिरते अशरफ उनकी तरफ सिर घुमाया ही था इतने में पीछे से दूसरे शूटर ने उस पर भी गोलियां बरसानी शुरू कर दी। दोनों के ऊपर तीन तरफ से गोलियां चलाई गई थीं। जवानों के दबोचे गए शातिर शूटर पिस्टर जमीन 'जय श्री राम, जय श्री रामÓ चिल्लाने लगे। देर रात तक दबोचे गए शूटरों का नाम कंफर्म नहीं हो सका था।
सुरक्षा में लगे 17 पुलिसकर्मी सस्पेंड
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ शूटआउट के प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना था पहले तो शूटर पिस्टल लहराते हुए भागने की कोशिश किए। इसके जब जवान तीनों को दबोच लिए तो पिस्टर छोड़कर जमीन पर लेटते हुए 'जय श्री राम, जय श्री रामÓ चिल्लाने लगे। पुलिस का मानना है कि ऐसा शूटर काफी ट्रेंड और शातिर हैं। क्योंकि उन्हें मालूम था कि यदि पिस्टल अब नहीं छोड़े तो पुलिस उन्हें मार देगी। इस घटना के पीछे पुलिस के द्वारा माहौल बिगाडऩे की बड़ी साजिस मान रही है। खैर साजिश क्या थी यह बात जांच के बाद ही क्लियर होगा। फिलहाल मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने तत्काल अतीक और अशरफ की सुरक्षा में रहे 17 पुलिस के जवानों को सस्पेंड कर दिया है। सूत्र बताते हैं कि अतीक और अशरफ की हत्या से समर्थकों में आक्रोश को देखते हुए रात करीब एक बजे पड़ोसी जनपदों कौशाम्बी और प्रतापगढ़ से भी फोर्स बुला ली गई है। पीएसी और आरएएफ के जवानों को भी कॉल किया गया है।
हत्या के पीछे है कोई बड़ी साजिश
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले शूटरों का तरीका बहुत कुछ बयां कर रहा है।
शूटआउट के स्टाइल से जान पड़ता है कि वह पेशेवर शॉर्प शूटर हैं, और उनका टॉरगेट पहले से ही फिक्स था
डबल मर्डर की इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने से पूर्व शूटरों के द्वारा अच्छी तरह रेकी की गई थी
शूटरों को यह मालूम था कि अतीक को लेकर जब भी पुलिस बाहर जाएगी उसका मेडिकल कराने काल्विन हॉस्पिटल आएगी
आज जब पुलिस अतीक और अशरफ को लेकर निकली तो शूटरों को यह बात मालूम चल गई थी
शायद यही वजह रही कि शूटर पहले से काल्विन हॉस्पिटल गेट के पास पहले से पहुंच गए थे
उनका प्लान था कि जैसे ही अतीक और अशरफ को लेकर पुलिस गेट पर पहुंचेगी वह गोलियां बरसा देंगे।
शूटर ताक में पहले से थी ही इलेक्ट्रानिक मीडिया कर्मियों को बात करते देख हत्यारों को मौका उचित लगा और वह हमला बोल दिए
जिस तरह से शूटर 'जय श्री राम, जय श्री रामÓ चिल्ला रहे थे, उससे जान पड़ता है इस घटना से माहौल बिगाडऩे की बड़ी साजिश किसी शातिर के द्वारा रची गई थी
इस हत्या से माहौल बिगाडऩे की कोशिश करने का ही प्लान रहा होगा कि वह घटना के बाद पकड़े पर 'जय श्री राम, जय श्री रामÓ का नारा लगाएं
ताकि जनपद ही पूरे प्रदेश में साजिशकर्ता शातिर को शांत माहौल में आग लगाने का मौका मिल जाय
अतीक अहमद और अशरफ की घटना के बाद शहर के तमाम बुद्धिजीवी वारदात को लेकर इसी तरह के कयास देर रात तक लगाते