प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर में मोबाइल चोर कंपनी चल रही थी। इस कंपनी में बकायदा सबका काम बंटा हुआ था। कंपनी में पांच मेम्बर हैं। तीन का काम मोबाइल चोरी करना था। एक का काम मोबाइल बेचने जबकि पांचवें मेम्बर का काम मोबाइल का पासवर्ड खोलना था। पांचवां मेम्बर साफ्टवेयर इंजीनियर है। इसके सहारे चारों ने अपना मोबाइल चोरी का धंधा चमका रखा था। इस कंपनी ने शहर में मोबाइल चोरी की इतनी वारदात कर दी कि पुलिस सकते में आ गई। डीसीपी सिटी को खुद मोबाइल चोरी की वारदातों में इंटरेस्ट लेना पड़ा। सभी थानों को मोबाइल चोर गैंग को पकडऩे का आदेश किया गया था। इसमें सिविल लाइंस पुलिस ने बाजी मार ली। सिविल लाइंस पुलिस ने मोबाइल चोर कंपनी के पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर 13 मोबाइल बरामद किया है। ये कंपनी पचास से ज्यादा मोबाइल बेंच चुकी है।

पूरे शहर में घूमकर करते थे वारदात
शहर में मोबाइल चोर कंपनी काम कर रही थी। इस कंपनी का काम था मोबाइल छीनना। शहर में घूम घूमकर अपाचे बाइक से तीन बदमाश बात करते लोगों का मोबाइल छीनकर भाग निकलते थे। जार्जटाउन, अल्लापुर, सिविल लाइंस, हाईकोर्ट के पास के अलावा जहां इन तीनों का मन होता था यह सूनसान जगहों पर बात कर रहे लोगों के मोबाइल झपट्टा मारकर छीन लेते थे। इसके बाद फरार हो जाते थे।

सबने बताया अपाची वाले ने छीना
मोबाइल छिनैती की लगभग सारी वारदात शाम को पांच से आठ बजे के बीच हो रही थीं। यानि ये बात कामन हो गई कि जो भी शिकायत करने के लिए थाने पहुंचा उसने बताया कि उसका मोबाइल शाम को छीना गया। इसके अलावा गौर करने वाली बात ये रही कि मोबाइल छिनैती के शिकार लोगों ने ये भी बताया कि उनका मोबाइल पल्सर बाइक सवार लोगों ने छीना।

नवाबयूसुफ रोड से पांच गिरफ्तार
सिविल लाइंस इंस्पेक्टर बृजेश सिंह ने मोबाइल चोरों की गिरफ्तारी के लिए दारोगा अभयचंद, दरोगा दिग्विजय सिंह, दरोगा मिथिलेश सिंह, हेड कांस्टेबिल सरफराज खान और ब्रम्हजीत सिंह की टीम बनाई। पुलिस टीम को पता चला कि मोबाइल चोर नवाबयूसुफ रोड पर डीआरएम आफिस के बगल एटीएम के पास हैं। टीम ने वहां घेराबंदी कर दी। पुलिस टीम ने साहिल निवासी मु_ीगंज, मिजान निवासी करेली, सुफियान निवासी बहादुरगंज, मो.आदिल निवासी करेली और आयान निवासी गौसनगर करेली को पकड़ लिया। इनके कब्जे से 13 मोबाइल बरामद किया गया।

साफ्टवेयर इंजीनियर खोलता था पासवर्ड
साहिल, मिजान और सुफियान तीनों मोबाइल चोरी करते थे। ये तीनों शाम को अपाचे बाइक से निकलते थे। अपाचे बाइक मिजान की थी। तीनों रोड पर पहले भागने का मौका देखते थे। इसके बाद मोबाइल पर बात करने वालों को ताड़ते रहते थे। जैसे ही मौका मिलता था, मोबाइल छीनकर तीनों भाग निकलते थे। पुलिस के मुताबिक तीनों मोबाइल छीनने के बाद उसे आदिल को दे देते थे। आदिल ने बीटेक कर रखा है। वह साफ्ट वेयर इंजीनियर है। आदिल मोबाइल के लॉक खोल देता था। इसके लिए उसने एक सॉफ्टवेयर की व्यवस्था कर रखी थी। जिसके सहारे वह लॉक खोलता था। इसके बाद अयान का नंबर आता है। अयान चोरी के मोबाइल को बेचने का काम करता था।

फर्राटेदार बाइक चलाता है मिजान
मिजान अपनी अपाचे बाइक इतनी तेज चलाता था कि उसे पकड़ पाना मुश्किल हो जाता था। इन लोगों ने कई लोगों का मोबाइल छीना जोकि बाइक चलाते हुए कान में मोबाइल लगाकर बात कर रहे थे। अपाचे सवार बदमाश उनका मोबाइल छीन लेते थे। लोगों ने पुलिस को बताया कि मोबाइल छीनने के बाद उन लोगों ने अपाचे सवार बदमाशों का पीछा किया, मगर अपाचे सवार बदमाश इतनी तेज बाइक चलाते थे कि उनको पकड़ पाना मुश्किल था।

5 मोबाइल चोर सिविल लाइंस से गिरफ्तार।
13 मोबाइल पुलिस ने किया बरामद।
4 केस दर्ज हैं कंपनी लीडर सुफियान पर।
2 केस दर्ज हैं मिजान के खिलाफ।
4 केस दर्ज हैं साहिल हाशमी पर।

शहर में लगातार मोबाइल चोरी की वारदात हो रही थी। कई थाना क्षेत्र में मोबाइल चोरी की घटनाएं हुई हैं। जिस पर मोबाइल चोरों की तलाश में टीम लगाई गई थी। पांच मोबाइल चोरों को पकड़ा गया है। इनमें से एक साफ्टवेयर इंजीनियर है, जोकि मोबाइल के पासवर्ड को खोलता था।
बृजेश सिंह इंस्पेक्टर सिविल लाइंस