प्रयागराज (ब्‍यूरो)। Prayagraj News: अनुराग शर्मा पुलिस विभाग के बेहद तेज तर्रार इंस्पेक्टर थे। प्रयागराज में पोस्टिंग के दौरान अनुराग शर्मा ने कई ऐसे मामले संभाले जिससे वह अफसरों के भरोसेमंद हो गए। जनता का भी विश्वास जीत लिया। अनुराग अपने परिवार से मिलने के लिए चले। मगर वह घर नहीं पहुंच सके। रोडवेज बस में सवार अनुराग सोते सोते ही चल बसे। अनुराग की मौत से पूरा पुलिस महकमा हिल गया। अनुराग की मौत से जहां पूरा परिवार सदमे में चला गया, वहीं पुलिस के अफसर से लेकर उनके साथी परिचित सभी आवाक रह गए। अनुराग का यूं चले जाना बहुतों को खला।

सोते सोते चली गई जान
इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा इन दिनों लखनऊ कमिश्नरेट में कोट सुरक्षा में तैनात थे। हाल ही में उनका ट्रांसफर प्रयागराज से लखनऊ हुआ था। वह रविवार को छुट्टी होने की वजह से प्रयागराज परिवार के पास आ रहे थे। अनुराग शनिवार रात लखनऊ से रोडवेज की बस से सवार हुए। वह मिर्जापुर जाने वाली बस पर बैठे। भोर में करीब चार बजे बस जीरो रोड बस स्टैण्ड पहुंची। सभी यात्री उतर गए। ड्राइवर और कंडक्टर रेस्ट करने लगे। करीब आधा घंटा बाद जब बस चलने को हुई तो कंडक्टर को अनुराग बेसुध हाल में सोते दिखे। अनुराग ने टिकट प्रयागराज का कटाया था। ऐसे में कंडक्टर ने जब उन्हें जगाने की कोशिश की तो अनुराग की बॉडी सीट पर लुढ़क गई। बस स्टैण्ड से कोतवाली पुलिस को सूचना पहुंची। कुछ देर में पुलिस बस स्टैण्ड आई। सिपाही बस में पहुंचे तो अनुराग शर्मा को पहचान गए। इसके बाद तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। इसके बाद डीसीपी अभिषेक भारती, एसीपी मनोज सिंह पहुंच गए। फोरेंसिक टीम ने जांच की। बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। डाक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है। अनुराग की बॉडी परिजन सहारनपुर ले गए हैं। पुलिस अफसरों ने नम आंखों के साथ महकमे के जांबाज इंस्पेक्टर को अंतिम विदाई दी।

सहारपुर के थे रहने वाले
इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा सहारनपुर के रहने वाले थे। सहारनपुर में सदर बाजार थाने के गोविंदनगर मोहल्ले में अनुराग का घर है। अनुराग के पिता शिवकुमार शर्मा पुलिस में दारोगा थे। ऑन ड्यूटी शिवकुमार की मौत हो गई। जिस पर अनुराग शर्मा को मृतक आश्रित कोटे के तहत पुलिस में नौकरी मिली।

खुल्दाबाद में रहता है परिवार
अनुराग शर्मा का परिवार प्रयागराज में खुल्दाबाद थाना परिसर में रहता है। पत्नी नेहा और दो बच्चे वीर व शिवा हैं। हाल ही में अनुराग का ट्रांसफर लखनऊ हो गया था। मगर बच्चों की पढ़ाई की वजह से परिवार यही रह रहा है।


अचानक आ गए चर्चा में
1-अनुराग शर्मा खुल्दाबाद थाने में पोस्ट थे। जून 2022 में अटाला कांड हुआ। पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर जुमे की नमाज के बाद भीड़ बेकाबू हो गई। इस कांड का मास्टर माइंड जावेद पंप था। भीड़ के बेकाबू होने के बाद एक्टिव अनुराग शर्मा ने बेहद गंभीरता से पूरे मामले को संभाला। अनुराग ने रात दिन एक करके इस घटना में शामिल 113 लोगों को चिंहित किया। सभी पर केस दर्ज करके कार्रवाई की गई। दस आरोपितों पर गैंगेस्टर की कार्रवाई की। मास्टर माइंड जावेद पंप के घर बुलडोजर चला। बतौर इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा की तेज तर्रार कार्रवाई से दहशत गर्दों में पुलिस का खौफ बैठ गया। वरना मामला बड़ा भी हो सकता था।

2- 2022 में विधान सभा चुनाव के दौरान बड़ा बवाल हो गया। मतदान के दिन एक साइकिल सवार को बम से मार दिया गया। उसकी मौत हो गई। मतदान के दिन बम से हत्या से पूरा प्रशासन हिल गया। उस वक्त अनुराग शर्मा करेली थाने में पोस्ट थे। अनुराग ने चौबीस घंटे के अंदर मामले का खुलासा कर दिया। तीन आरोपितों को अनुराग ने इस मामले में जेल भेजा।

अनुराग शर्मा लखनऊ में पोस्ट थे। वह रात में रोडवेज बस से प्रयागराज आ रहे थे। रास्ते में बस के अंदर ही अनुराग की मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डाक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है।
मनोज सिंह, एसीपी कोतवाली