प्रयागराज (ब्‍यूरो)। यह कैसी हुई सफाई कि सड़कें डूब ही डूब गईं। हम बात कर रहे नाला सफाई और हल्की सी बारिश में अलोपीबाग एरिया की स्थिति है। बमुश्किल पांच मिनट भी बारिश नहीं हुई और कई सड़कें पानी से लबालब हो गईं। सफाई नहीं होने से नाले ओवर फ्ले करने लगे। नतीजा यह हुआ कि यहां मौजूद एससीआई गोदाम परिसर में पानी भर गया। अब जरा सोचिए कि यदि जब एक-दो घंटे बारिश होगी इस इलाके हाल उस वक्त क्या होगा? अलोपीबाग एरिया से सटे हुए तिलक नगर मोहल्ले का भी हाल कुछ ऐसा ही है। इसके पीछे लोग नगर निगम द्वारा नाला सफाई में बरती जा रही लापरवाही व अनदेखी को बड़ी वजह बता रहे हैं।


सड़कों पर भर गया बारिश का पानी
अलोपीबाग एरिया नगर निगम चुनाव वार्ड 48 के नाम से जाना जाता है। इस वार्ड में नगर निगम का दावा है बारिश पूर्व इस यहां के नाले व नालियों की सफाई कराई गई है। मगर पांच मिनट की बारिश में इस दावे की पोल खुल गई। चोक नालों से बारिश का पानी नहीं निकल सका। नाले ओवर फ्लो कर गए। जिसके चलते बारिश का पानी कई सड़कों व गलियों में भर गया। लोगों को इस गंदे पानी से होकर आवागमन करना पड़ा। अलोपीदेवी मंदिर से थोड़ा आगे एफसीआई गोदाम है। यहां हर वक्त कम से कम 20 मीट्रिक टन अनाज डंप रहता है। इस गोदाम के परिसर तक में पानी बारिश का पानी भर गया। कर्मचारी बताते हैं कि गेट की तरफ बाउंड्री से सटा हुआ नाला है। इस नाले की सफाई नहीं होने से चोक है। शिल्ट काफी जमा हुआ है। यही वजह है कि हल्की सी बारिश में भी नाला ओवर फ्लो कर जाता है। वही पानी परिसर में भर जाता है। यदि बारिश ठीक से हो जाय तो पूरा परिसर तालाब में तब्दील हो जाता है। गोदाम के अंदर तक पानी पहुंच जाता है। बताते चलें कि रविवार को हल्की सी बारिश में यहां की कई सड़कें पानी से लबालब हो गईं।

पूरापड़ाई में भी बदतर रहे हालात
बारिश से सड़कों का यह हाल सिर्फ अलोपीबाग वार्ड का ही यह हाल नहीं रहा। सटे हुए वार्ड 46 पूरापड़ाईन के तिलक नगर से लेकर बाघंबरी रोड व आसपास की कई सड़कें भी लबालब हो गई। ऐसे में लोगों को आवागमन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लोग गंदे पानी से होकर अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए मजबूर रहे। बावजूद इसके नगर निगम पूरे शहर में करोड़ों रुपये खर्च करके नाला सफाई का दावा कर रहा है। इस दावे पर अब समस्या से जूझ रहे लोग गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।

भाई अलोपीबाग में नाला ही नहीं नालियों की भी सफाई का हाल काफी खराब है। विभाग यदि सफाई की बात करता है तो झूठा है। देख लीजिए हल्की सी बारिश में पानी नहीं निकल पाने से रोड तक पर जलभराव हो गया है। सुबूत आप के सामने है।
सुनील कुमार, अलोपीबाग

मैं तो बैरहना में रहता हूं, यहां ऐसे ही आ गया था। आया था तो बारिश नहीं हो रही थी, अचानक बारिश हुई है। नाला सफाई यहां हुआ होता तो पानी सड़क पर क्यों भरता। नगर निगम तो पूरे शहर में नाला व नाली सफाई की बात कर रहा है। इस स्थिति को देखकर कोई उनकी बात कैसे मान सकता है?
कमल, यात्री अलोपीबाग

मैं तो यहीं रहता हूं, नाला सफाई पर हम क्या कहें? पांच मिनट भी बारिश नहीं हुई और सड़कों का हाल देख ही रहे हैं। अधिकारियों को पब्लिक की समस्या से कोई मतलब नहीं है। पूरे शहर में नाला और और नाली सफाई की कंडीशन ठीक नहीं है। मोहल्ले के लोग ही कुछ नहीं बोलते, तो अधिकारी काम ऐसे ही करेंगे।
कल्लू, दारागंज

सर, मैं पिछले तीन साल से यहां ई-रिक्शा चला रहा हूं। कोई ऐसा साल नहीं जब बारिश में यहां सड़कें तालाब न बन जाय। अभी क्या है? थोड़ा ठीक से बारिश होने दीजिए, पूरे अलोपीबा की सड़कों पर जल भराव से चलना मुश्किल हो जाएगा। मैं भी इसी एरिया में रहता हूं। यहां के लिए बारिश में यह स्थिति कोई नई बात नहीं है।
विक्की, ई-रिक्शा चालक

छोटे नाले जो एक मीटर से कम चौड़े हैं उसकी जिम्मेदारी हमारी है। जिन वार्डों के बारे में आप बता रहे हैं, हम वहां खुद जाकर चेक करेंगे। यदि सफाई नहीं हुई तो कराई जाएगी। कार्यदायी संस्था पर एक्शन भी लेंगे।
डॉ। अभिषेक सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी