बुलेट के टूल्स वाली डिग्गी से सरक कर गिर गई थी रुपयों से भरी पॉलीथिन

अधिवक्ता के साथ तलाशने निकले चौकी इंचार्ज तो मनमोहन पार्क के पास मिल गई

PRAYAGRAJ: हाईकोर्ट के अधिवक्ता दिलीप कुमार यादव कटरा चौकी में गए थे मुकदमा लिखवाने और उनके दो लाख रुपये मिल गए। वाकया बुधवार दोपहर का है। खोया हुआ रुपया पाते ही दिलीप के चेहरे की चमक बढ़ गई। वह पुलिस की सराहना करते नहीं थक रहे थे।

हो जाती देर तो चले जाते रुपये

जार्जटाउन एरिया के दरभंगा निवासी दिलीप कुमार यादव पेशे से अधिवक्ता हैं। वह हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। बताते हैं कि वह बुलेट में जिस जगह टूल्स होते हैं वहा दो लाख रुपये रखकर कचहरी पहुंचे। कोषागार के पास देखे तो टूल्स की डिग्गी खुली थी और उसमें रखे दो लाख रुपये से भरी पॉलीथिन गायब थी। यह देख उनके होठ सूख गए। तत्काल वह कटरा चौकी पहुंचे और मुकदमा दर्ज कराने की जिद पर अड़ गए। बताते हैं कि समझाते हुए कटरा चौकी इंचार्ज बगैर देर किए उन्हें साथ लेकर जिस रास्ते से वह आए उसी पर चल दिए। सभी की नजरें रुपयों से भरी पॉलीथिन को खोज रही थीं। मनमोहन पार्क के पास पहुंचे रोड वह पन्नी नजर आई तो खुद दिलीप दौड़ कर उठा लिए। चौकी इंचार्ज द्वारा पॉलीथिन चेक की गई तो उसमें उनके दो लाख रुपये सुरक्षित थे। यह देख अधिवक्ता के मुरझाए चेहरे की चमक बढ़ गई। पुलिस द्वारा उन्हें पूरा पैसा पॉलीथिन सहित सौंप दिया गया। यदि मुकदमा लिखाने के चक्कर में वह देर करते तो शायद रुपया किसी के हाथ लग गया होता।

रुपये मिलने के बाद खुद अधिवक्ता ने कहा कि लगता है वह रुपयों को रखने के बाद टूल्स के बॉक्स को लॉक करना भूल गए थे। इसीलिए पैसा रास्ते में गिर गया था। प्राप्त पूरे रुपये उन्हें सौंप दिए गए हैं।

धीरेंद्र सिंह,

चौकी इंचार्ज कटरा