मदरसा बोर्ड की वेबसाइट की खराबी से फिर फंसा आवेदन
तकनीकी सुधार के लिए रजिस्ट्रार को भेजा गया पत्र
ALLAHABAD: जिले के मदरसों की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया लगातार बाधित हो रही है। अभी तक यू डायस नंबर को लेकर बवाल मचा था तो बुधवार को मदरसा संचालकों ने वेबसाइट में खराबी की शिकायत दर्ज कराई। दर्जनों शिकायतें आने पर अल्पसंख्यक विभाग ने मामले की जानकारी रजिस्ट्रार सोसायटी को देकर रुकावट दूर किए जाने की मांग की है। गौरतलब है कि मदरसा को ऑनलाइन अपलोड कराने के लिए महज दो दिन का समय शेष है और अभी तक गिनती के मदरसों की जानकारी अपलोड हो सकी है।
बार-बार अपलोड करते रहे जानकारी
यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन वेबसाइट पर लॉग-इन करने के बाद संचालक जानकारी तो ऑनलाइन अपलोड कर रहे हैं लेकिन यह सही ढंग से शो नहीं हो रही थी। लोगों की शिकायत थी कि वेबसाइट पर फीड की गई जानकारी एक से अधिक जगह शो हो रही है। इसको लेकर संचालक अपना आवेदन लॉक नहीं कर रहे हैं।
दो दिन में पाना है बड़ा लक्ष्य
शासन के आदेश पर 15 सितंबर के पहले जिले के 330 मदरसों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करनी है। ऐसा नहीं होने पर मदरसों के खिलाफ कार्रवाई होने के साथ उनका अनुदान और तमाम सुविधाएं बाधित हो जाएंगी। ऐसे में हजारों बच्चों का भविष्य दांव पर लग सकता है। बुधवार तक लगभग 60 मदरसों को ही ऑनलाइन अपलोड किया जा सका। वह भी तब जब दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने बुधवार के अंक में प्रमुखता से इस समस्या को उठाया था।
खतरे में है 43 का भविष्य
जिले में कुल 43 मदरसे अनुदानित हैं। इन्हें शासन से मिले अनुदान के आधार पर संचालित किया जाता है। प्रशासन का पहला लक्ष्य इनको हर हाल में ऑनलाइन अपलोड करना है। अगर यह लक्ष्य पूरा नही हुआ तो सरकारी मदद पूरी तरह बंद हो जाएगी। हालांकि, हालात मान्यता प्राप्त के भी हालात अच्छे नही हैं। इनके अपलोड नहीं होने पर सरकार मान्यता पर भी कार्रवाई कर सकती है। जिसको लेकर मदरसा संचालकों और प्रशासन के होश उड़े हुए हैं।
मदरसा संचालकों ने वेबसाइट में खराबी की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसको लेकर रजिस्ट्रार सोसायटी को पत्र लिखा गया है। उन्होंने जल्द से जल्द समस्या दूर किए जाने का आश्वासन दिया है। अपलोडिंग की प्रक्रिया ने तेजी पकड़ ली है।
-शिव प्रकाश तिवारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, इलाहाबाद