प्रयागराज ब्यूरो । दिन में गर्मी और शाम को ठंड लगने से लोग बहुत कन्फ्यूज हो रहे हैं। इसकी वजह से सर्दी, जुकाम और बुखार के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। इसका असर अस्पतालों की ओपीडी पर भी दिखने लगा है। अधिक संख्या में लोग अपना इलाज कराने डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि बदलते मौसम में खुद पर संयम नही रख पाने से इंफेक्शन के चांसेज बढ़ जाते हैं।

पंखा चलाकर कंबल ओढ़ रहे लोग

दिन के साथ रात का तापमान भी कम हो रहा है। ऐसे में कंबल ओढऩे पर लोगों को गर्मी लग रही है और पंखा चलाने पर ठंड लगने लगती है। ऐसे में बॉडी भी कन्फ्यूज हो रही है और लगातार टेम्प्रेचर बदलने से लोग सदीँ, जुकाम और बुखार की चपेट में आ रहे हैं। इसके अलावा गर्म कपड़े नही पहनने और ठंडी हवा चलने से भी इंफेक्शन के मामेल बढ़ रहे हैं। इसी तरह गर्मी से आकर एसी या पंखा ऑन कर रहे हैं। इसकी वजह से बॉडी संक्रमण का शिकार हो रही है।

खांसने से फैल रहा संक्रमण

डॉक्टर्स की माने तो हर चौथा व्यक्ति सर्दी, जुकाम से पीडि़त है। लेकिन लोग इसको सीरियसली नही लेते हैं। इसकी वजह से खांसी के जरिए निकलने वाले वायरस दूसरे व्यक्ति को आसानी से अपनी चपेट में ले लेते हैं। जबकि संक्रमित व्यक्ति को मास्क लगाना चाहिए। वर्तमान में एसआरएन, काल्विन और बेली अस्पताल में रोजाना औसतन 150 मरीज सर्दी, जुकाम और बुखार के पहुंच रहे हैं। इनमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं।

बचाव के तरीके

- गर्मी से आने के बाद 15 मिनट तक ठंडा पानी या पंखा चलाने से बचें। ऐसे में बॉडी को टेम्प्रेचर एडजस्ट करने का मौका मिल जाएगा।

- आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक के सेवन से दूर रहे हैं। इससे में गले में खराश हो सकती है।

- दिन में पसीना आने पर अधिक पानी पिएं। वरना बॉडी डिहाइड्रेट हो सकती है।

- छीक और खांसी से बचाव के लिए संतरा, अंगूर, किवी, अमरूद, टमाटर और ब्रोकली आदि का यूज करें। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है।

- रात में पंखा कतई न चलाएं। बल्कि हल्का कंबल ओढ़कर सोने की कोशिश करें।

संक्रमण फैलने का असली कारण

इस सीजन में संक्रमण फैलने का मुख्य कारण मौसम में लगातार हो रहा बदलाव है। मंगलवार को दिन का तापमान 26 और रात का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा। इतने बड़े अंतर की वजह से बॉडी को टेम्प्रेचर के साथ सामंजस्य बनाने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में अगर हम पंखा, कोल्ड ड्रिक या आइसक्रीम जैसी चीजों का सेवन करते हैं तो निश्चित तौर पर संक्रमित हो सकते हैं।

वर्जन

मौसम बदलन की वजह से लोगों का स्वास्थ्य ,खराब हो रहा है। अगर लापरवाही न बरतें तो खुद को संक्रमित होने से बचाया जा सकता है। एक बार सर्दी, जुकाम और बख्ुाार की चपेट में आने के बाद इसके दुष्प्रभाव से बचने में पांच से सात दिन लग जाते हैं।

डॉ। सुजीत कुमार वर्मा, फिजीशियन एसआरएन अस्पताल प्रयागराज