प्रयागराज ब्यूरो । कंपनी बाग के गेट पर स्थापित चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा को आजकल लोहे की रॉड और पर्दे से घेरा गया है। इससे यहां आने वालों को प्रतिमा के पूरी तरह से दर्शन नही होने निराशा हाथ लग रही है। दरअसल प्रतिमा की साफ सफाई के लिए उद्यान विभाग की ओर से यह इंतजाम किया गया है। ताकि 27 फरवरी को मनाए जाने वाले आजाद के शहादत दिवस पर प्रतिमा में कोई कमी न रह जाए।
जल रिसाव से मच गया था हड़कंप
पिछले दिनों प्रतिमा से पानी टपकने की घटना से हड़कंप मच गया था। कंपनी बाग में आने वाले श्रद्धालु भी इससे हैरान हो गए थे। आनन फानन में प्रशासन को इसकी सूचना दी गई थी। इस मामले में उद्यान विभाग के अधिकारी बताते हैं कि आजाद की प्रतिमा नीचे से क्रैक हो गई थी। जिसकी वजह से पानी टपक रहा था। इसकी मरम्मत करा दी गई है।
पिस्टल से मारी थी खुद को गोली
चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को मप्र के झाबुआ जिले के भाबरा नाम गांव में हुआ था। यह गांव अब आजाद नगर नाम से जाना जाता है। महज 25 साल के अपने अल्प जीवन में उन्होंने अंग्रेजों से जमकर लोहा लिया। एक दिन आजाद पार्क में मुखबिरी के चलते अंग्रेजों से घिर जाने के बाद 27 फरवरी 1931 को चंद्रशेखर आजाद ने खुद को पिस्टल से गोली मारकर जान दे दी थी। इसी शहीद स्थल पर प्रदेश सरकार 1991 में उनकी प्रतिमा की स्थापना की थी। यह विशाल प्रतिमा कांस्य की बनी हुई है। रोजाना इस प्रतिमा का दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में लोग कंपनी बाग पहुंचते हैं।
चंद्रशेखर आजाद के शहादत दिवस की तैयारियां चल रही हैं। प्रतिमा से अब जल रिसाव नही हो रहा है। उसकी साफ सफाई की जा रही है। यह काम शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा।
उमेश उत्तम, उद्यान अधीक्षक