- विकास भवन की दीवारों पर नहीं लगे हैं सीसीटीवी कैमरे, फिर भी लिख दिया गया 'आप कैमरे की नजर में हैं'

- सुरक्षा के साथ खिलवाड़, 500 कर्मचारी करते हैं काम, आती है हजारों पब्लिक

विकास भवन प्रशासन भी अजब-गजब है। यहां की दीवारों पर अभी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं लेकिन मोटे अक्षरों में लिखवा दिया गया है कि 'आप कैमरे की नजर में हैं'। इससे विकास भवन प्रशासन का पब्लिक में जमकर मजाक बनाया जा रहा है। लोग सीढि़यां चढ़ते समय कैमरे चेक करते हैं लेकिन नहीं मिलने पर उनके चेहरे पर मुसकान आ जाती है। इस तरह से विकास भवन की सुरक्षा व्यवस्था का खुलेआम मजाक उड़ाया जा रहा है। शनिवार को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने विकास भवन की इस हकीकत की तस्दीक की है।

लंबे समय से चल रही मांग

तीन मंजिला भवन वाले विकास भवन में कुल 30 विभाग संचालित हो रहे हैं। जहां लगभग 500 कर्मचारियों की तैनाती है। इसके अलावा रोजाना हजारों लोग यहां अपने विभिन्न कार्यो को लेकर आते हैं। इस भवन में लिफ्ट नहीं लगी है। ऐसे में सभी को सीढि़यों से चढ़कर ऊपर जाना होता है। पूर्व में यहां की दीवारों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने का निर्णय लिया गया था लेकिन इस प्रोजेक्ट को पूरा नहीं किया जा सका। लेकिन तब तक दीवारों पर सीसीटीवी कैमरे को लेकर चेतावनी जरूरी मोटे अक्षरों में लिख दी गई। लेकिन यह हरकत भवन प्रशासन को हंसी का पात्र बना रही है।

केवल ग्राउंड फ्लोर पर है कैमरा

यहां केवल ग्राउंड फ्लोर पर ही सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यहां सीडीओ,डीडीओ आदि अधिकारी बैठते हैं। जिलाधिकारी का भी एक केबिन यहां बना हुआ है। इतना ही नहीं, डीपीआरओ वार रूम भी ग्राउंड फ्लोर पर स्थित है। बाकी के विभाग ऊपर के दो फ्लोर पर हैं। दीवारों पर यह भी लिखा है कि थूंकना मना है लेकिन कैमरे नहीं होने से लोग सीढि़यों के कोनों में गंदगी फैला रहे हैं।

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बजट आए तो होगा हाइटेक सिस्टम

विकास भवन के नाजिर केके सोनकर का कहना है कि तमाम सीढि़यों व विभागों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने का प्रोजेक्ट पाइप लाइन में है। इसके तहत सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ कमरों में माइक सिस्टम भी लगाया जाना है। इंटरकॉम सिस्टम भी चालू किया जाना है। जिससे सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को एक साथ निर्देश जारी किया जा सके। लेकिन इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए बजट की आवश्यकता है। जिसकी उपलब्धता के लिए विकास भवन के आलाधिकारी लगे हुए हैं।

सीसीटीवी कैमरे तो लगने हैं लेकिन इसके लिए बजट डीपीआरओ या पीडी के यहां से पास होगा। हमारे पास इसके लिए अभी बजट नहीं है।

एके मौर्या, डीडीओ विकास भवन