प्रयागराज (ब्यूरो)।कई मामलों में वांछित कौड़ीहार के ब्लॉक प्रमुख मुजफ्फर ने कुछ लोगों पर तीन करोड़ रुपये रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। शिकायती पत्र भेजकर कहा कि उसके खिलाफ राजनीतिक विद्वेष की वजह से पुलिस की कार्रवाई की जा रही है। उसके खिलाफ जो भी केस दर्ज किए जा रहे हैं। उनसे उसका कोई मतलब नहीं है। उसके खिलाफ जबरदस्ती केस दर्ज किया जा रहा है। ब्लॉक प्रमुख ने अपने वकील के जरिए सीजेआई, चीफ जस्टिस इलाहाबाद और कमिश्नर को भी पत्र भेजा है। ब्लॉक प्रमुख ने कमिश्नर से सरकारी गनर की मांग की है।

2021 को निर्वाचित हुए थे प्रमुख
मो.मुजफ्फर ने भेजे पत्र में कहा है कि तीन मई 2021 को वह कौडि़हार क्षेत्र पंचायत का सदस्य निर्वाचित हुआ। इसके बाद 10 जुलाई 2021 को ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुआ। तीन जून 2023 को ब्लॉक प्रमुख के पद पर शपथ ली। आरोप लगाया कि जेल में रहने के दौरान उसके खिलाफ नवाबगंज, फतेहपुर के खागा, पूरामुफ्ती थाने में कई केस दर्ज किए गए। आरोप लगाया कि उसके राजनीतिक विरोधी ब्लॉक प्रमुख पद पर शपथ लेने के बाद उसे इस्तीफा न देने पर फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। पत्र में कुछ नाम का जिक्र करते हुए मुजफ्फर ने उनके द्वारा तीन करोड़ रुपये रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। ये भी आरोप लगाया कि माफिया की वजह से वह ब्लॉक कार्यालय नहीं जा पा रहा है। वे उसे हत्या की धमकी दे रहे हैं। ब्लॉक प्रमुख ने सरकारी गनर की मांग की है। साथ ही उसके खिलाफ दर्ज केसों की किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। मामले में मुजफ्फर के अधिवक्ता मो.हारिस ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख की ओर से सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और कमिश्नर प्रयागराज को शिकायती पत्र भेजा गया है।