पान की पीक से गुलजार हैं जिला मुख्यालय की दीवारें
पब्लिक ही नहीं बाबू भी हैं इसके लिए जिम्मेदार
खुद फैलाते हैं गंदगी तो कैसे रोकेंगे पब्लिक को
ALLAHABAD: डगर बेहद मुश्किल है। आदेश जारी हो गया है। अनुपालन भी होगा। लेकिन, बड़ी अड़चन है हैबिट। पान-गुटखा खाने की लत लग चुकी है। फरियादी हो या किसी काम से आने वाला। शिष्टाचार के नाते पान-गुटका लेकर आता है। आलस्य इतना कि कौन जाए बार-बार बाहर पीक मारने। ऑफिस में ही कोना कतरा खोज लिया और शुरू हो। नतीजा सरकारी ऑफिसेज का आउटर एरिया ही नहीं इनर एरिया की दीवारें पीक से लाल हुई पड़ी हैं। गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रीयलिटी चेक किया तो यह हकीकत सामने आई।
कलेक्ट्रेट: आलमारी के पीछे भी नही छोड़ा
कलेक्ट्रेट में अपने मामले की सुनवाई में आए में करेली के आशीष कुमार ने एडीएम सिटी कार्यालय में रखी आलमारी के पीछे पान थूका तो बगल खड़े व्यक्ति ने टोक दिया। उसने कहा कि डीएम ने कलेक्ट्रेट में पान की पीक थूकने को मना किया है और आपने गंदगी फैला दी। यह सुनकर आशीष शर्मिदा हो गए। लेकिन, इतनी देर में एक अन्य व्यक्ति ने पीक मारी तो बाकी ने नजरें घुमा ली। व्यक्ति ने कहा कि ऐसे तो हालात सुधरने से रहे। बता दें कि सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर सीढि़या पान की पीक और कूड़े से सदाबहार नजर आई तो एडीएम सिटी कार्यालय में फाइल रखने के लिए रखी गई आलमारियों का पिछवाड़ा आने वालों का मनपसंद पीकदान बना नजर आया।
कोषागार: थूकते रहो कौन मना करेगा
इसी तरह कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय के भीतर की दीवारों के कोनों में थूकने वालों की लाइन लगी हुई थी। वह सभी कोषागार में किसी न किसी काम से आए थे और अपना नंबर में देर लगी तो गुटखा खाकर वही थूकना शुरू कर दिया। कुछ ने तो काउंटर के सामने लगे दरवाजे की पीछे ही पीक मार दी। इन लोगों की इस आदत से कोषागार की दीवारों पर कलाकारी का अदभुत नमूना देखने को मिला।
विकास भवन: कैमरे से भी नही डरते लोग
कुछ माह पहले विकास भवन में पान की पीक मारने वालों के खिलाफ सीडीओ आंद्रा वामसी ने अभियान चलाकर गंदी आदत पर रोक लगाने का प्रयास किया था। उन्होंने दीवारों के कोनों पर सफेद पेँट करवाया और सीढि़यों पर लिखवा दियाकि 'आप सीसीटीवी कैमरे की नजर में हैं', इसके बावजूद लोगों पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने पेंट के ऊपर ही थूकना शुरू कर दिया है। गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक के दौरान ही देखते ही देखते आधा दर्जन लोगों ने सीढि़या चढ़ते समय लाल पीक मारी।
दूध की दुकान से बिक रहा गुटखा
सरकारी आदेश में कहा गया है कि कार्यालयों के सौ मीटर की परिधि में पान-गुटखा बेचना गैरकानूनी माना जाएगा। इसके बावजूद विकास भवन कैंपस में स्थित पराग दूध की दुकान पर गुटखा बेचा जा रहा है। जबकि, एक दिन पूर्व सीडीओ ने खुद निरीक्षण कर कड़ी चेतावनी जारी की थी।
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अब तो जेल भेजने की तैयारी
इस समस्या से निजात पाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने कड़े नियम बनाने शुरू कर दिए हैं। कहा गया है कि कैंपस में पान थूकते पाए जाने पर पांच हजार रुपए जुर्माना वसूला जाएगा। इसके अलावा छह माह के लिए जेल भी भेजा जा सकता है। अधिकारियों ने बकायदा इस आदेश को प्रिंट कराकर बिल्डिंग पर चस्पा किए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब यह देखना होगा कि इस आदेश का बहादुर पान व गुटखाबाजों पर कितना असर होता है। उनकी पीकमार दबंगई पर इस आदेश से कितनी लगाम लगती है?
यूरिनल देखकर कोई जाना न चाहे
जिला मुख्यालय परिसर में प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का आना जाना होता है। यहां यूरिनल की बेहद कमी है। ऐसा नहीं है कि बने नहीं हैं। कुछ स्थानों पर दिख जाते हैं। लेकिन, बनवाने के बाद अफसर भी भूल गए। मेंटेनेंस के अभाव में पाइप टूटी तो यूरीन यहां टॉयलेट के लिए आने वालों के कपड़ों को ही गंदा करने लगी। नतीजा पब्लिक कोना-कतरा खोजने लगी और अब तो कई स्थानों पर इसकी बदबू के चलते खड़ा होना भी मुश्किल होता है।
ऑफिस में इधर-उधर थूकने वालों पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। पहले कर्मचारियों को जागरुक किया जा रहा है, इसके बाद आउट साइडर्स के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
अंबरीष श्रीवास्तव,
सिटी मजिस्ट्रेट
हमने कई महीने पहले से ही गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माने का प्रावधान किया है। इससे विकास भवन के हालात भी बदले हैं। अब जो भी कैंपस में धूम्रपान करते या थूकते पाया जाएगा, उससे जुर्माना वसूलने की कार्रवाई होगी।
आंद्रा वामसी,
सीडीओ
जो लोग कलेक्ट्रेट परिसर में पान गुटखा खाकर गंदगी फैलाते हैं उनको चिंहित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मेरी अपील है कि सफाई और स्वच्छता के प्रति आमजन अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें, जिससे शहर को साफ सुथरा बनाया जा सके।
संजय कुमार, डीएम