प्रयागराज (ब्यूरो)। महिला ग्राम इंटर कॉलेज आदर्श मतदान केंद्र धूमनगंज पोलिस पब्लिक स्कूल के माडर्न बूथ कालिंदीपुरम श्री दिग्गज सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, महिला ग्राम इंटर कॉलेज आदर्श मतदान केंद्र सहित अन्य बूथों पर हर उम्र के वोटर नजर आए। सुबह की पाली में यहां मतदान की गति धीमी रही। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया वोटर भी घरों से निकलते गए। दोपहर बाद क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए वोटरों की भीड़ बढ़ती गई। वोटिंग करने पहुंचे लोगों के अपने-अपने मुद्दे थे। पार्टी या जाति के बजाय इस बार वोटर मुद्दों पर मतदान के मूड में दिखाई दिए। ज्यादातर वोटर विकास पर और जातिवादता के खिलाफ मतदान के मूड में दिखाई दिए। मतदान केंद्रों पर पहुंचे वोटरों के जेहन में उत्साह और लब साइलेंट दिखाई दिए। वह कुछ बोलने के बजाय फैसला करने पर यकीन और विश्वास के साथ यहां पहुंचे थे। इस बीच कई लोगों के द्वारा मतदान के दौरान आने वाली तमाम तरह की समस्याएं भी बताईं गई।
मैं प्राथमिक विद्यालय में टीचर हूं। इस बार विकास और रोजगार के मुद्दे पर मतदान करूंगी। हमें यह अधिकार पांच साल बाद मिलते हैं। इस लिए सोच विचार कर मतदान के लिए आए हैं। जाति, धर्म और पार्टी के नाम पर वोटिंग नहीं करूंगी।
भारती शर्मा, सुलेमसराय
चुनावी में मैदान में हर प्रत्याशी किसी न किसी पार्टी से ही है। दावे तो सभी तमाम तरह के कर रहे हैं। विकास, सुरक्षा एवं सहूलियत के आधार पर हमने जिसे जज किया है उसी को वोट देंगे। हम पार्टी नहीं मुद्दे पर मतदान करने आए हैं।
डॉ। कल्पना गुप्ता, अम्बेदकर बिहार
हम और हमारा परिवार जाति व धर्म के आधार पर वोट नहीं करेंगे। आम जन से जुड़ी समस्याएं बिजली, पानी, सड़क और शिक्षा एवं रोजगार के मुद्दे पर हम सब मतदान करेंगे। पार्टियों को भी जाति धर्म से ऊपर उठना चाहिए।
मकसूद अहमद, धूमनगंज
मोबाइल बना परेशानी का सबब
वोटिंग के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंचे लोगों के सामने मोबाइल परेशानी का सबब बना रहा। मतदान केंद्रों की सुरक्षा में रहे पुलिस के जवान लोगों को मोबाइल संग जाने से सख्ती के साथ मना कर रहे थे। किसी को भी मोबाइल लेकर बूथ के अंदर जाने की इजाजत नहीं थी। ऐसी स्थिति में अकेले वोटिंग करने पहुंचे लोगों को मोबाइल घर रखने के लिए वापस होना पड़ा। ग्रुप के साथ वोटिंग करने पहुंचे लोग एक दूसरे को मोबाइल देकर बारी-बारी मतदान दिए। मोबाइल रखने के लिए लौटाए गए लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी रही। कहना था कि केंद्र के पास कहीं मोबाइल जमा कराने के लिए भी काउंटर बनाया जाना चाहिए था।