प्रयागराज (ब्यूरो)। सोमवार को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने सिटी के सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में जाकर जायजा लिया। सभी जगह मंजर एक जैसा ही मिला। ओपीडी में डाक्टर के चैंबर के बाहर व मेडिसिन काउंटर के बाहर लंबी लाइन लगी थी। लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़कर दिखाने के साथ मेडिसिन ले रहे थे। फेस से मास्क गायब था। मुंह पर हाथ रखे बिना लोग खांस व छींक रहे थे। यह सब देखने के बाद साफ है। जिनको वायरल फीवर व इंफैक्शन नहीं हुआ है। वह भी दूसरे का वायरल फीवर व इंफैक्शन साथ लेकर जाएंगे। सिटी के बेली, एसआरएन काल्विन अस्पताल में प्रतिदिन औसतन एक हजार के करीब मरीज इलाज कराने आ रहे है, जो वायरल बुखार से पीडि़त है। वायरल बुखार से पीडि़त मरीज बुखार के साथ गंभीर बदन दर्द और आंखों में जलन की शिकायत दर्ज करा रहे है।
अस्पतालों से संक्रमण का खतरा
इन दिनों अस्पतालों में वायरल बुखार से पीडि़त बड़ी संख्या में मरीज इलाज कराने आ रहे है। इन मरीजों के संपर्क में आने पर आप भी सामान्य लोगों के भी वायरल बुखार से संक्रमित होने का खतरा रहता है। ऐसे में अस्पताल जब भी जाएं, तो बुखार से पीडि़त मरीज से थोड़ी दूरी बनाकर व मास्क लगाकर रखें।
ये होता है वायरल बुखार
स्वरूपरानी अस्पताल के प्रिसिंपल डा। एसपी सिंह से बताते हैं कि वायरल बुखार से पीडि़त मरीज को तेज सिर दर्द के साथ ही गंभीर बदन दर्द होता है, मरीज की आंखें लाल हो जाती है, शरीर का तापमान बढ़ जाता है। मरीज जबरदस्त ठंड के साथ कंपकंपी महसूस होने लगती है, पीडि़त को बार-बार छींक आती है। उल्टी की भी शिकायत होती है, सर्दी जुकाम होने के साथ नाक बहने लगती है। वायरल बुखार से संक्रमित होने पर मरीज को पेशाब में जलन के साथ गले में गंभीर खरास होने लगती है। मरीज को भूख नहीं लगती है। कई बार पेट गड़बड़ होनी की शिकायत रहती है।
संक्रमित होने पर क्या करें
फिजीशियन डा। अरूण गुप्ता बताते हैं कि वायरल बुखार होने पर घरेलू उपचार के बजाए डॉक्टर से तत्काल सलाह लेकर इलाज कराएं, दवाइयों के साथ ही खानपान में उबली हुई सब्जियां और अधिक से अधिक हरी सब्जी का सेवन करें। उबला हुआ पानी पीने के साथ खानपान का विशेष ध्यान रखें, वायरल बुखार से पीडि़त है तो परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर रखें, वायरल बुखार होने पर अधिक से अधिक घर समय घर में गुजारें।