प्रयागराज ब्यूरो ।नेवी कर्मचारी विक्रम पटेल जेल में है या उसके साथ कोई हादसा हुआ है, इसकी कोई जानकारी उसके परिवार को नहीं मिल पा रही है। विक्रम रूस और डेनमार्क के बीच शिप से लापता हुआ है। ऐसे में विक्रम के परिवार का धैर्य खत्म होता जा रहा है। पति की वापसी नहीं होने से परेशान पत्नी अब विदेश मंत्रालय के बाहर धरना देने की बात कह रही है।
सरकार से नहीं मिल रही मदद
विक्रम की पत्नी किरण पटेल का कहना है कि 11 अगस्त को पति के लापता होने की जानकारी मिली। इसके बाद उसने विदेश मंत्रालय, रूस दूतावास और शिपिंग कंपनी के अफसरों से फोन पर कई बार शिकायत दर्ज कराई। पत्र भेजा लेकिन कोई माकूल जवाब नहीं दिया गया। दिल्ली में रहने वाली विक्रम की बहन मनीषा भी भाई के लापता होने की खबर मिलने के बाद मधवापुर स्थित घर आ गई है। मनीषा लगातार भाई का हाल पता करने के लिए अफसरों से सम्पर्क बनाए हुए है। मनीषा को तकलीफ इस बात की है कि भारत सरकार के अफसर भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। जिससे परिवार का तनाव बढ़ता जा रहा है।
धरना देना अब बन रही मजबूरी
विक्रम की बहन मनीषा के मुताबिक उन्होंने एक्स (ट्विटर) के जरिए रूस की मीडिया से सम्पर्क किया। विक्रम के लापता होने का समाचान रूस की मीडिया में भी आया है। शिपिंग कंपनी के अधिकारी बात रहे हैं कि आठ अगस्त को रूस से शिप के रवाना होने के बाद डेनमार्क की समुद्री सीमा में पता चला कि विक्रम लापता है। जिस पर विक्रम के समुद्र में गिरने की आशंका पर हेलीकाप्टर और बोट से सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसके आगे की कोई जानकारी नहीं मिलने से घरवाले अब परेशान हो गए हैं। मामले को लेकर अब विक्रम की पत्नी किरण दिल्ली में विदेश मंत्रालय के बाहर धरने पर बैठने की तैयारी में है।