प्रयागराज (ब्‍यूरो)। ट््िवटर हैंडल पर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और इलाहाबाद विश्वविद्यालय का हैशटैग रहा। रात 10 बजे तक ढाई हजार से अधिक लोगों ने विश्वविद्यालय बवाल को लेकर ट््वीट कर चुके थे। अपलोड किए गए मारपीट, आगजनी, पथराव का वीडियो को पचास हजार से अधिक लोग देख चुके थे। बवाल के कुछ देर बाद इंटरनेट मीडिया पर जैसे ही हिंसक घटना की तस्वीर और वीडियो शेयर होने लगे, उसके बाद ही लोगों की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ ने भी घटना पर अफसोस जताते हुए लिखा कि उन्होंने छात्र आंदोलन का मुद्दा राज्यसभा में उठाया था, आज फायरिंग हो गई। कांग्रेस प्रयाग क्षेत्र के अध्यक्ष अजय राय ने लिखा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूर्ण रूप से वेंटीलेटर पर है। तमाम ऐसे लोग ट्विटर पर मौजूद रहे। जिन्होंने आंदोलनकारी युवाओं पर गोली चलाने की निदंा की।

अधिवक्ताओं ने भी की निंदा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कांग्रेस नेता व पूर्व छात्रनेता विवेकानंद समेत छात्रों पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा हमले की घटना की इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं ने निंदा की है। अधिवक्ता अभिषेक चौहान ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से इविवि में पढ़ाई का माहौल खराब होने के साथ छात्रों का कैरियर खराब हो रहा है। इस विषय में छात्रों को भी सोचने की जरूरत है। वहीं कचहरी के अधिवक्ता दीपक मिश्रा ने इविवि प्रशासन से अपील की है कि छात्रों के साथ संवाद बनाए रखने के साथ बीच-बीच में इस तरह के उपद्रव से उनके कैरियर पर क्या असर पड़ रहा है। इसपर एक सेमिनार करने की जरूरत है। जिसमें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी व कोर्ट के सीनियर अधिवक्ता शामिल हो।

आज रहेगा बंद इविवि
आगजनी पथराव की घटना के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय 20 दिसंबर को बंद रहेगा। कुलसचिव एनके शुक्ला ने बताया कि विश्वविद्यालय में अराजकता के हालात को देखते हुए कुलपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।