बंधक गोल्ड की नीलामी से पहले चेकिंग के दौरान खुलकर सामने आया चौंकाने वाला मामला
14 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में दर्ज हुआ मुकदमा, लोन लेने वालों के साथ गोल्ड की वैल्यू तय करने वाले नामजद
गोल्ड गिरवी रखकर लोन लेने वाले 14 लोगों ने वैल्यूअर को साथ मिलाकर बैंक को ही चूना लगा दिया। गोल्ड जमाकर लोन लेने वाले किश्त भरने के नाम पर गायब हो गये। तबभी बैंक को भनक तक नहीं लगी कि फ्रॉड का मायाजाल रचा गया है। 25 लाख रुपये लोन के रूप में लेने वाले लोगों ने लौटकर बैंक का मुंह नहीं देखा। लोन जमा करने की मियाद पूरी हो जाने के बाद किसी के कर्जदाता के दर्शन नहीं हुए तो बैंक ने गोल्ड की नीलामी करके लोन की रकम निकालने पर काम शुरू किया। नीलामी से पहले अथॅराइज्ड एजेंसी से सोने की क्वालिटी चेक करायी गयी। इसकी रिपोर्ट आयी तो बैंक अफसरों के होश उड़ गये। पता चला कि सोना ही नकली है। सन्नाटे में आ गए अफसरों ने मुख्यालय सूचित करने के साथ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को दर्ज करायी गयी रिपोर्ट में लोन लेने वाले 14 लोगों के अलावा उसका नाम भी शामिल कर दिया गया है जिसकी रिपोर्ट पर भरोसा करके बैंक ने लोन मंजूर करके धन जारी किया था।
25 लाख की हेराफेरी
इस प्रकरण की रिपोर्ट एचडीएफसी बैंक की इलाहाबाद शाखा के मुकेश कुमार ने दर्ज करायी है। रिपोर्ट दर्ज करने के लिए दी गयी तहरीर में उन्होंने फ्रॉड की पूरी डिटेल दी है। बता दें कि बैंक गोल्ड गिरवी रखकर भी लोन देता है। यह एमाउंड गोल्ड की वैल्यू का 80 फीसदी तक हो सकता है। बैंक ने सिक्योरिटी के लिए वैल्युअर तैनात कर रखे हैं। इनका काम ही गोल्ड की क्वालिटी पर अपनी रिपोर्ट देना है। ये बैंक की तरफ से अथराइज किये जाते हैं तो बैंक इनकी रिपोर्ट पर पूरा भरोसा भी करता है। फ्रॉड करने वालों ने 2017 से लेकर 2020 के बीच नकली गोल्ड गिरवी रखकर लोग ले लिया। तीन सालों में यह धनराशि 25 लाख तक पहुंच गयी। प्रयागराज में इस तरह का फ्रॉड अभी तक सामने नहीं आया था। इससे पुलिस ऑफिसर भी सकते में हैं। रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस फ्रॉड करने वालों का डिटेल जुटाने में लग गयी है। खास बात यह है कि इसमें पुरुषों के साथ महिलाओं का भी नाम शामिल है।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
अंकित गुप्ता पुत्र संदीप गुप्ता निवासी मीरपुर हर्षवर्धन नगर
सुधा सिंह पत्नी गंगा सिंह निवासी मीरपुर
मुकेश पाल पुत्र शंकरलाल पाल निवासी नेहरू नगर मीरपुर रमादेवी स्कूल
मनीष कुमार रावत निवासी अहियापुर मालवीय नगर
कल्पना गुप्ता पुत्री अशोक गुप्ता निवासी अतरसुइया पावर हाउस
अंकिता मेहता पिता, राधेश्याम मेहता निवासी मीनापुर मालवीय नगर
प्रदीप कुमार धुरिया पुत्र राधेश्याम धुरिया निवासी कसारीमसारी चकिया, जीटीबी नगर
मनीष धुरिया पुत्र राधेश्याम धुरिया निवासी नई बस्ती कीडगंज गड़इया
देव हीरा पुत्र राज कुमार हीरा निवासी पटेल नगर मीरापुर
संजय रावत निवासी अहियापुर मालवीय नगर
चंद्रकांत श्रीवास्तव पुत्र ललित मोहन श्रीवास्तव निवासी कटघर
राजकुमार केसरवानी पुत्र ठाकुर प्रसाद केसरवानी निवासी महाजनी टोला
सैय्यद सादाब आलम पुत्र गुलाम सरवर निवासी कोखराज उपरहार कौशाम्बी
पप्पू कुमार पुत्र लल्लू लाल निवासी हर्षवर्धन नगर बरगदघाट मीरापुर
चंद्र कुमार सोनी पुत्र राम मंगल सोनी निवासी आदर्श नगर भावापुर खुल्दाबाद
25 लाख से अधिक का हुआ खेल
कोतवाली में दी गई तहरीर में एचडीएफसी बैंक के अधिकारी मुकेश कुमार ने फ्रॉड के तरीके की पूरी जानकारी दी है।
बताया है कि गोल्ड लोन स्वीकृत होने के पहले बंधक बनाए जाने वाले गोल्ड की वैल्यू कराई जाती है।
सभी 14 आरोपितों के आवेदन पर उनके द्वारा बंधक किए गए गोल्ड की वैल्यू बैंक के अधिकृत वैल्यूवर चंद्र कुमार सोनी ने की थी।
इन्होंने सांठगांठ के तहत नकली गोल्ड की वैल्यू रिपोर्ट ओके लगा दी।
इनकी रिपोर्ट पर सभी 14 लोगों के करीब 25 लाख 59 हजार 500 रुपये का ऋण स्वीकृत हो गया था।
ऋण लेने के बाद वह किस्त जमा करने से कतराने लगे।
अनुबंध डेट पूरा होने पर बैंक द्वारा बंधक किए गए गोल्ड को नीलाम करके ऋण वसूल किया जाना था।
नीलामी से पूर्व आरोपितों के बंधक गोल्ड की वैल्यू एक दोबारा सरकारी विभाग से कराई गई।
इस जांच में बंधक किए गए गोल्ड को नकली बताया गया।
एसडीएफसी के एक अफसर की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। वैल्यूवर की मिली भगत से नकली सोने से लाखों रुपये के ऋण लिए गए हैं। आरोपित भागे हुए हैं। उनकी तलाश में पुलिस टीम लगा दी गयी है।
दिनेश सिंह
एसपी सिटी