प्रयागराज ब्यूरो । शहर के नवाबयूसुफ रोड सिविल लाइंस थाने के पास दूरसंचार विभाग के सामने बनाया स्ट्रीट वेंडिंग जोन दुकानदारों को रास नहीं आ रहा है। करीब चालीस दुकानदारों के नाम यहां दुकानें अलॉट हैं। उनमें से 38 दुकानदार पुरानी जगह छोड़कर यहां दुकान लगाना मुनासिब नहीं समझ रहे। ऐसी स्थिति में यहां भी वेडिंग जोन की मंशा के साथ सड़कों के फुटपाथ को खाली कराने के प्रयास पर पानी फिर गया है। स्मार्ट सिटी के तहत शहर की सड़कों के फुटपाथ को खाली कराने का प्लान भी चौपट हो चला है। ऐसे में वेडिंग जोन की दुकान बनाने में खर्च हुआ पैसा और बर्बाद होने के कगार पर है। फिर भी नगर निगम के अधिकारी व वेडिंग जोन यूनियन यहां दुकानदारों को शिफ्ट कराने को लेकर कोई कदम नहीं उठा रहा। इससे वेडिंग जोन में दुकान अलॉट होने के बावजूद फुटपाथ पर अतिक्रमण के हालात जस के तस हैं। दुकानदारों के यहां नहीं आने के पीछे कुछ वेंडर इस वेडिंग जोन में बिजली, पानी व सफाई की अव्यवस्था को बड़ा कारण बता रहे हैं।
दुकानें बता रहे पर शिफ्टिंग पर ध्यान नहीं
शहर की सड़कों पर चारों तरफ स्ट्रीट वेंडरों का कब्जा है। सिविल लाइंस से हनुमान मंदिर से लेकर पत्थर गिरजा घर और नवाब यूसुफ रोड एवं पत्रिका चौराहा, हॉट स्टफ रोड, डाक घर के आस के फुटपाथ भी इनका जबरदस्त कब्जा है। फुटपाथ पर वेंडरों का कब्जा होने से ग्राहक सड़क पर गाडिय़ों को खड़ी करके घंटों दुकानों पर बैठे रहते हैं। इससे चारों तरफ जाम की समस्या बनी रहती है। शहर स्मार्ट सिटी योजना में शमिल होने के बाद स्थिति में सुधार को लेकर प्रयास शुरू किए गए। नगर निगम द्वारा स्ट्रीट वेंडरों के लिए वेडिंग जोन बनाने का प्लान तैयार किया। शहर में सिविल लाइंस थाने के पास नवाबयूसुफर रोड दूर संचार के सामने फुटपाथ को वेंडिंग जोन घोषित किया गया। यहां दो मीटर लंबी व इतनी ही चौड़ी 107 दुकान बनाने का निर्णय लिया गया। प्लान के तहत अभी तक करीब 50 दुकानें नगर निगम यहां बना चुका है। दुकानदारों को दिक्कत न इसके लिए चबूतरा व टीनशेड तक बनाए दिए गए। इनमें से करीब 40 दुकानों का लकी ड्रा द्वारा नगर निगम वेंडरों को अलाटमेंट किया गया। मौजूदा स्थिति यह है कि दुकान अलाट होने के बावजूद लगभग 36 दुकानदार आज तक वेडिंग जोन में दुकान शिफ्ट नहीं किए। वह पुरानी जगह आज भी दुकान चला रहे हैं। जबकि वेडिंग जोन में दुकान अलॉट होने के बाद महज चार दुकानदार ही यहां शिफ्ट हुए हैं। दुकानदार वेडिंग जोन में नहीं आने के पीछे कई बड़ी वजह बता रहे हैं।
इस लिए वेडिंग जोन नहीं जा रहे वेंडर
स्ट्रीट वेंडरों का कहना है कि इस वेडिंग जोन में फुटपाथ पर दुकानें बना दी जरूर दी गई हैं, मगर बिजली व पानी एवं सफाई की व्यवस्था नहीं की गई।
जबकि इस वेडिंग जोन में दुकान चलाने के लिए पानी व बिजली की व्यवस्था का होना जरूरी है। बगैर इसके कोई दुकान नहीं चला सकता।
वेंडर बताते हैं कि इस वेडिंग जोन में पानी के लिए टंकियां लगाई गई हैं। इन टंकियों आज तक पानी भरा ही नहीं, जो तीन चार दुकान हैं वह बाहर से पानी मंगाते हैं।
नवाब यूसुफ रोड की इस वेडिंग जोन में पुरानी जगह छोड़कर ग्राहकों के टूटने का रिश्क लेकर दुकानदार आएं भी तो उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
फुटपाथ दुकानदार कहते हैं इस वेंडिंग जोन में ग्राहकों के लिए वाहन पार्किंग की भी व्यवस्था नहीं है। उन्हें रोड पर ही गाडिय़ां खड़ी करनी पड़ेगा।
कहते हैं कि यही वजह है कि जिनके नाम यहां दुकानें अलॉट हुई हैं वे पुरानी जगह छोड़कर इस वेडिंग जोन की दुकान में शिफ्ट नहीं हो रहे हैं।
बस स्टैंड व शौचालय हो जाएगा बर्बाद
सिविल लाइंस थाने के पास दूर संचार विभाग के सामने स्मार्ट सिटी से यात्री शेड बनाकर बस सेंडर बनाया गया है। ठीक इसी के बगल शौचालय का भी निर्माण हुआ है। शौचालय में डोर जब से बना है आज तक लॉक है। ऊपर से इसी से सटाकर वेडिंग जोन की दुकानें बना दी गई हैं। बताते हैं कि पहले भी यहां बसें रुकती हैं, अब वेडिंग जोन की सभी दुकानें लग जाएंगी तो ग्राहकों की भीड़ होगी। ग्राहकों की भीड़ होने से अब एक बात तय हो गया है कि यहां बसें कभी नहीं रुक पाएंगी। शौचालय का डोर खुल जाने पर वेडिंग जोन के ग्राहक व दुकानदार उपयोग कर लेंगे। मगर इस बस स्टॉपेज पर लगाया गया लाखों रुपया व मंशा दोनों का बर्बाद होना तय है।
नवाब यूसुफ रोड के इस वेडिंग जोन में पानी व बिजली के साथ सफाई की भी व्यवस्था नहीं है। दुकान अलॉट होने के बाद हम पुरानी जगह छोड़कर यहां आ गए। तीन चार लोग ही ऐसे हैं जो यहां आए हैं। बाकी दुकान अलॉट करवा लिए यहां आना उचित नहीं समझ रहे। वह पुरानी जगह ही दुकान लगा रहे हैं।
हिमांशु गुप्ता, स्ट्रीट वेंडर
हम यहां पहले से ठेले पर चाय नाश्ते की दुकान लगाते थे। नगर निगम द्वारा वेडिंग जोन घोषित कर दुकानें बनाई गईं। लाट्री में हमें दुकान मिली तो ठेला यहां लगा लिया। मगर सफाई तो है नहीं पानी भी दूर से लाना पड़ता है। पानी के लिए ठेकेदार प्लास्टि की पाइप बिछाया है। गाडिय़ां आती जाती हैं वे टूट गई है। यह बड़ी समस्या है।
पुनीत कुशवाहा, स्ट्रीट वेंडर
इस वेडिंग जोन में करीब चालीस वेंडरों के नाम दुकानें अलॉट हुई थी। इसमें एक हम भी हैं। हम पुरानी जगह नगर निगम गेट से अपना ठेला लाकर यहां लगा लिए। तीन चार लोगों के अतिरिक्त कोई भी दुकान अलॉट होने के बाद यहां नहीं आया। वह फुटपाथ पर जहां दुकान लगा रहे, उस जगह से हटना नहीं चाहते क्योंकि उन्हें ग्राहकों के टूटने का डर है।
जनार्दन भगत, स्ट्रीट वेंडर
यहां सौ से अधिक दुकानें बनाने का प्लान है। इनमें से करीब 50 दुकानें बन गई हैं। चालीस के आसपास वेंडरों के नाम दुकानें अलॉट हैं। पानी बिजली, सफाई की समस्या से दुकानदार यहां आना नहीं चाह रहे। ऐसे लोगों का अलॉटमेंट कैंसिक करके जो आना चा रहे उन्हें अलॉट किया जाना चाहिए। यहां बाहरी वेंडरों को दुकानें अलॉट की गई हैं। इसकी शिकायत हम मुख्यमंत्री तक से कर चुके हैं।
सुभाष जायसवाल, स्ट्रीट वेंडर
इस जगह पर हम 2019 से यहां फुटपाथ पर दुकान लगा रहे हैं। उस वक्त नगर निगम में अतिक्रमण प्रभारी मनोज यादव हुआ करते थे। उन्होंने ही यहां हमें दुकान लगाने के लिए कहा था। कई साल से यहां दुकान लगाने के बावजूद वेंडिंग जोन में बनाई गईं दुकानें हमराने नाम अलॉट नहीं हुईं। जिन्हें दिए वे दुकानदार यहां आना नहीं चाह रहे।
फूलचंद्र, स्ट्रीट वेंडर
दुकान संचार गेट के पास हम करीब आठ से साल दुकान लगा रहे हैं। मगर वेंडिंग जोन की दुकानों में हमें दुकान नहीं मिली। हम कहां जाय? यह सोच कर परेशान हैं। जिन्हें दुकानें दी गईं वह लोग दूर दराज के हैं। वेडिंग जोन में पानी टंकी में आज तक पानी नहीं आया। वाटर पाइप काफी कमजोर है। कभी कभार पानी आता भी है तो काफी धीमा होता है।
रामदुलारे यादव, स्ट्रीट वेंडर
वाबयूसुफ रोड पर बनाए गए वेंडिंग जोन में जिन्हें दुकान अलॉट है और वे वहां शिफ्ट नहीं हो रहे उनकी दुकानें कैंसिल करके दूसरों को अलॉट कराई जाएंगी। इसके पूर्व उन्हें दो तीन बार चेतावनी नोटिस कमेटी के द्वारा दी जाएगी। नोडल अफसर से वार्ता करके पानी व बिजली एवं सफाई व्यवस्था कराई जाएगी। वहां पर अभी और दुकानें नगर निगम द्वारा बनाई जाएंगी।
रविशंकर द्विवेदी
आजाद स्ट्रीट वेंडर यूनियन प्रदेश महामंत्री / सदस्य टाउन वेंडिंग कमेटी