प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मैराथन का आगाज सुबह साढ़े छह बजे होना था लेकिन आनंद भवन के सामने बड़ी संख्या में लोग सुबह पांच बजे ही जुट गये थे। सर्द हवाएं उनके रास्ते में बाधा नहीं बन पायीं। दो साल बाद होने जा रहे शहर के सबसे बड़े इवेंट के डिफरेंट मोमेंट्स को कोई मिस नहीं करना चाहता था। ओपनिंग प्वाइंट पर सुबह से ही भारत माता की जय जैसे नारे लगाये जा रहे थे। ठीक सुबह साढ़े छह बजे खेल राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी स्टेट पर पहुंचे। उन्होंने धावकों का जोश बढ़ाया और फिर ग्रीन बैलून उड़ाने के साथ प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।

पुरुष वर्ग में पहले तीनो स्थानों पर सेना का कब्जा, तीनो पुर्णे आर्मी के
महिला वर्ग में छात्राओं का जलवा, तीनो विजेता हैं स्नातक की छात्रा
साल 2019 की विजेता श्यामली सिंह ने आधी रेस के बाद छोड़ दिया मैदान

517 धावकों ने इंदिरा मैराथन में किया पार्टिसिपेट
450 पुरुषों ने कराया था रजिस्ट्रेशन
67 महिलाओं ने लिया मैराथन में हिस्सा
42.194 किलोमीटर थी मैराथन की कुल दूरी
2:20:53 सेकंड में दूरी पूरी करके वेलीएप्पा एबी पुरुष कैटेगिरी में बने विजेता
2:50.41 सेकेंड में दूरी तय करके निरमाबेन भरत जी ठाकुर बनी महिला कैटेगिरी की विजेता
02 लाख रुपये कैश प्राइज के रूप में मिले पहला स्थान पाने वालों को
6.30 बजे आनंद भवन के सामने से खेल मंत्री ने दिखायी मैराथन को हरी झंडी
36 साल था अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन के आयोजन का
2020 में कोरोना संक्रमण के चलते नहीं हुआ था मैराथन का आयोजन

रास्ते में पब्लिक ने बढ़ाया उत्साह
मैराथन के पार्टिसिपेंट्स का उत्साह बढ़ाने के लिए सड़क किनारे लोग सुबह से ही जमा थे। धावकों के पीछे चल रही टीम के हाथ में दूर से ही झंडा देते ही लोग भारत माता की जय के नारे लगाना शुरू कर देते। उन्होंने धावकों को चीयर्स करके उत्साह बढ़ाया। तमाम संगठनो के लोगों ने सड़क के किनारे पानी, जूस आदि के स्टॉल लगा रखे थे। यहां भी अच्छी खासी संख्या में लोग मौजूद रहे।

मैराथन को मिले नए विजेता
मैराथन का रेडियस कवर करने के बाद मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में पहुंचने वाले पहले शख्स थे वेलीएप्पा एबी। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में कदम रखने वाले दूसरे धावक बने प्रयागराज के अनिल। 2019 में भी उन्होंने दूसरा स्थान प्राप्त किया था। तीसरे स्थान पर हिमांचल प्रदेश के हेतराम रहे। महिला वर्ग मेें निरमा बेन भरत जी ठाकुर ने सबसे पहले स्टेडियम में इंट्री ली। महिला वर्ग में आरती पाटिल ने दूसरा और मिर्जापुर की तामसी सिंह ने तीसरा स्थान हासिल किया।

विजेता पुरुष वर्ग
1. वेलीएप्पा एबी कर्नाटक
2. अनिल सिंह, प्रयागराज
3. हेत राम हिमांचल प्रदेश

विजेता महिला वर्ग
1. निरमाबेन भरत जी ठाकुर, गुजरात
2. आरती पाटिल, महाराष्ट्र
3. तामसी सिंह मिर्जापुर

पुरस्कार के रूप में बांटे गये 9.70 लाख रुपये
इंदिरा मैराथन के विजेताओं को प्राइजमनी में रूप में कुल 9.70 लाख रुपये वितरित किये गये। पुरुष महिला दोनो कैटेगिरी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पोजीशन पर रहने वालों को क्रमश: दो लाख, एक लाख और 75 हजार रुपये प्रदान किये गये। चार से 14वें स्थान पर रहने वाले धावकों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में दस-दस हजार रुपये प्रदान किये गये। पुरस्कार वितरण समारोह में बोलते हुए खेल मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा खेलो को बढावा देने के लिए प्रदेश में 16 खेलो में 19 जनपदों में 44 छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं। वर्तमान समय में प्रदेश में तीन स्पोटर््स कॉलेस संचालित किये जा रहे हैं। यहां खिलाडिय़ों को भोजन, आवास, शिक्षा, प्रशिक्षण, उपकरण, चिकित्सा आदि नि:शुल्क प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए एवं युवा वर्ग को खेल में अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सभी जिला मुख्यालयो पर स्टेडियम निर्मित करा रही है। इस अवसर पर डीएम संजय खत्री ने खेलों में असली कसौटी तो मैराथन ही है।

इन्हें मिला 04 से 14वां स्थान
पुरुष वर्ग अर्जुम, चैन सिंह, विक्रम बंगारिया, गुरूजीत सिंह, नीरज कुमार, राज कुमार चौधरी, मनोज कुमार यादव, वीरू कुमार, सर्वेश कुमार, नीतीश कुमार, राम सिंह यादव
महिला वर्ग मंजू रानी, दिव्यांका चैधरी, रेनू, नीता पटेल, निकिता विट्टल मात्रे, नीतू सिंह, संध्या यादव, प्रीती चैधरी, रंजना, सरोज, प्रमिला बाला