प्रयागराज (ब्यूरो)। बता दें कि पिछले दो सप्ताह से कछार एरिया में बाढ़ का साया मंडरा रहा है, जिसकी वजह से सबसे ज्यादा असर सब्जियों की फसल पर पड़ रहा है। तमाम फसलें जलमग्न हो जाने से सब्जियों की मंडी तक आवक कम हो गई है। इसकी वजह से कई सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। तमाम मौसमी सब्जियां प्रयागराज और आसपास के एरिया से आती हैं लेकिन इस समय इनकी आवक बंद हेा गई है। इससे किसानों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
कीमतों में लगी है आग
बाढ़ के चलते सब्जियों की कीमत में आग लगी हुई है। सबसे ज्यादा महंगा धनिया हुई है। इसके दाम 250 से 300 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। इसकी आवक इस समय कानपुर और छिंदवाड़ा से हो रही है। शिमला मिर्च 80 रुपए, टमाटर 35 से 40, करेला, 55 रुपए और आलू 25 से 30 रुपए किलो के दाम पर बिक रहा है। आढ़तियों का कहना है कि महंगी आवक होने से ग्राहक भी कम हो गए हैं। जब मंडी में सब्जियों का दाम बढ़ गया है तो फुटकर मंडियों के हालात अपने आप खराब हो जा रहे हैं।
एक माह के बाद स्थिति होगी सामान्य
जानकारों का कहना है कि सब्जियों के दाम कम होने में एक माह से अधिक का समय लग सकता है। कारण यह है कि पानी उतरने के बाद किसान फिर से खेती करेंगे। जितनी फसल बच गई है, उसका माल मार्केट में आ सकेगा। ऐसे में महंगाई से कुछ राहत मिल जाएगी। फिलहाल लोगों को महंगी सब्जी खाने पर मजबूर होना पड़ सकता है।
फसल पानी में डूबकर खराब हो गई है। किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है। मंडी में भी सब्जी बहुत महंगी आ रही है। दूसरे शहरों से आवक होने की वजह से लोगों को महंगी सब्जी खरीदनी पड़ रही है।
सतीश कुशवाहा, सब्जी व्यापारी
सब्जियों के दाम पहले से बढ़े हुए थे। बाढ़ ने इसमें आग में घी डालने का काम किया है। वापस दाम कम होने में टाइम लग सकता है। धनिया इतनी महंगी हो गई है कि दुकानदार इसे बेच नही रहे हैं।
दीपक मौर्या, सब्जी व्यापारी