कोरोना वैक्सीनेशन की मेगा ड्राइव में पिछड़ा प्रयागराज

अधिकारियों के मुताबिक प्रचार प्रसार होता तो कुछ और होती स्थिति

कोरोना वैक्सीनेशन के मेगा ड्राइव में प्रयागराज दूसरे नंबर पर रहा है। पहले स्थान पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने कब्जा जमा लिया। बता दें कि शुक्रवार को चले महा अभियान में प्रयागराज ने कुल 78072 लोगों को वैक्सीनेट किया। जबकि लखनऊ में कुल 91000 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। इसी वजह से जिले को पहले की जगह दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा है।

लक्ष्य से दस हजार पीछे

जिले को एक दिन में 88 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का टारगेट दिया गया था। इसके लिए शासन ने 81 हजार कोविशील्ड और 9 हजार को वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई थी। लेकिन तैयारियों के लिए अधिक समय नही दिए जाने से आंकड़ा 78 हजार पर आकर अटक गया। अधिकारियों का कहना है कि पर्यापत समय मिल जाने से पब्लिक के बीच प्रचार प्रसार भी होता है।

एक माह में हो चुकी तीन ड्राइव

केवल अगस्त माह में शासन ने सभी जिलों में तीन मेगा ड्राइव का आयोजन किया है। जिसमें पहली ड्राइव में प्रयागराज प्रदेश में पहले स्थान पर था। वहीं दूसरी ड्राइव और तीसरे ड्राइव में जिला खिसककर दूसरे नंबर पर आ गया है। इसके बाद नेक्स्ट ड्राइव सितंबर की शुरुआत में आयोजित हो सकती है।

315 टीमों को सौंपी गई थी जिम्मेदारी

मेगा वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 315 टीमों का गठन किया था और इन्हें अलग अलग केंद्रों में वैक्सीनेशन करना था। शहर में वैकसीनेशन का ग्राफ बेहतर रहा जबकि गांव में पुन: उदासीनता नजर आई। वैक्सीनेशन को सफल बनाने के लिए गांव के लोगों का आगे आना जरूरी माना जा रहा है।

पुलिस ने लिया जायजा

सैदाबाद और धनुपुर के जिन गांवों में शुक्रवार को वैक्सीन के 35 वायल चोरी हुए थे वहां पर शनिवार के पुलिस ने पहुंचकर पूछताछ की। पुलिस घटना को अंजाम देने वालों की तलाश कर रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि चार घंटे के बाद वैसे भी वैक्सीन यूजलेस हो जानी है। इसके बाद इसे लगाने से शरीर को नुकसान भी पहुंच सकता है।

प्रचार प्रसार का अधिक समय नही मिला। फिर भी हमने बेहतर प्रदर्शन किया है। शुक्रवार को 78 हजार लोगों को वैक्सीन लगाया जाना सुखद है। इसमें सभी का योगदान बराबर का रहा है।

तीरथ लाल, वैक्सीनेशन प्रभारी, स्वास्थ्य विभ्भाग एसीएमओ