फाफामऊ से लेकर थरवई एरिया में एक्टिव थे पकड़े गए गैंग के गुर्गे
रात नौ बजे के बाद पीते थे बियर फिर देते थे वारदात को अंजाम
PRAYAGRAJ: गंगापार एसपी के नेतृत्व में चार लुटेरे पकड़े गए। चारों दूसरों को लूटकर खुद के शौक पूरा करते थे। वारदात से पहले बियर पीते थे। इसके बाद रात के वक्त सन्नाटी सड़कों पर चल पड़ते थे। रात में नौ से साढ़े 11 बजे तक वारदात को अंजाम देते थे। इसके बाद वे घर चले जाते थे। चारों को पुलिस ने फाफामऊ गोहरी तिराहे से दबोचा। इनके पास से टोटल 24 मोबाइल मिले हैं। पुलिस के दावे हैं कि सभी मोबाइल इनके द्वारा लूटे गए थे। लूट के मोबाइल को वह दुकान पर नहीं बेचते थे। इनके द्वारा यह मोबाइल गांव में लोगों के हाथ बेचे जाते थे। मिले हुए रुपयों को चारों आपस में बांट लेते थे।
वारदात के लिए निर्धारित थे रूट
वारदात को अंजाम देने का रूट लुटेरे फिक्स कर रखे थे। ज्यादातर घटनाएं फाफामऊ से थरवई, शांतिपुरम से गोहरी फाटक सोरांव रूट और शांतिपुरम से आगे सोरांव रोड पर करते थे। गंगापार एसपी ने बताया कि इस रूट पर वारदात को अंजाम देने के पीछे बड़ा कारण था। दरअसल रात नौ बजे के बाद अक्सर इस रूट पर सन्नाटा हो जाता है। गाडि़यां आती भी हैं तो कोई शक नहीं करता। क्योंकि रोड के किनारे कई मकान बने हुए हैं। इसलिए मौके पाते ही इन सड़कों पर ये वारदात को अंजाम देते थे। गिरफ्तार अभियुक्तों में एक का नाम कुलदीप उर्फ दीपू निवासी जगदीशपुर थाना थरवई व दूसरे का ओम प्रकाश उर्फ छोटू है। जबकि तीसरा शातिर सोरांव के बनकट निवासी अंकितम कुमार और बड़नपुर थरवाई का रवि कुमार शामिल है। इनके बारे में पुलिस को पक्की खबर थी। पूछताछ में पहले तो चारों खुद को पाकसाफ बताते रहे। जब पुलिस कर्रा की तो जुबान खुलने लगी। चारों के द्वारा लूट के कुल 24 मोबाइल बरामद करवाए गए। सभी मोबाइल को चारों अलग-अलग अपने पास रखे हुए थे। छानबीन में इन लोगों ने बताया कि लूटे गए मोबाइल को वह गांव में लोगों के हाथ छह से सात हजार रुपये में बेचा करते थे।
वर्जन
पकड़े गए लुटेरे मौका पारकर मोबाइल की चोरी भी किया करते थे। मगर, ज्यादातर मोबाइल इनके द्वारा लूटे गए हैं। चारों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेशकर जेल भेजा गया।
धवल जायसवाल, एसपी गंगापार