प्रयागराज ब्यूरो : गंगा किनारे स्थित नाग वासुकी मंदिर के आसपास का एरिया बहुत जल्द बदला हुआ नजर आएगा। रात के वक्त भी यहां दिन जैसे उजाले में लोग वक्त बिता सकेंगे। घूमने व टहलने के लिए शहरियों को ध्यान में रखते हुए डेवलपमेंट का वर्क कराया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग द्वारा भेजे प्रस्ताव की फाइल पर शासन की मोहर लग चुकी है। पहली किस्त का बजट भी विभाग को मिल गया है। मिला यह पैसा स्वीकृत बजट का आधा ही है। बची हुई धनराशि वक्त शुरू होने के बाद सरकार पर्यटन विभाग को देगी। यह काम माघ मेला व वर्ष 2025 में लगने वाले महाकुंभ की तैयारी के मद्देनजर कराया जाएगा। यहां आने वालों के लिए सिटिंग के भी प्रबंध किए जाएंगे। ताकि मेला के दौरान आने वाले बाहरी लोग भी लगाई जाने वाली कुर्सी पर बैठकर सुकून की सांस ले सकें। प्लेस को डेवलप करने का पूरा खाका पर्यटन विभाग ने तैयार कर लिया है।

कुंभ के मद्देनजर कराया जाएगा काम
इस बार का माघ मेला 2025 में लगने वाले महाकुंभ का रिहर्सल माना जा रहा है। हर विभाग को तैयारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन विभागों में पर्यटन विभाग भी शामिल है। पर्यटन विभाग के द्वारा दारागंज बांध के बगल स्थित प्राचीन नाग वासुकी मंदिर के आसपास का एरिया डेवलप करने का प्लान तैयार किया था। तैयार किए गए प्लान पर काम करने के लिए महकमें के जरिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। भेजे गए प्रस्ताव में कुल 04 करोड़ 76 लाख 03 हजार रुपये की डिमांड की गई थी। शासन के द्वारा इस फाइल को हरी झण्डी दे दी गई है। फाइल पर सरकार की मोहर लगने के बाद विभाग ने काम शुरू करने के लिए बजट का डिमांड किया। पास हुए बजट में से करीब 02 करोड़ 36 लाख 50 हजार रुपये सरकार ने पर्यटन विभाग को भेज दिया है। पहली किस्त में प्राप्त इस बजट से विभाग काम जल्द ही शुरू कराएगा। अफसरों की मानें तो इस पैसे नाग वासुकी मंदिर की बाउंड्री सबसे पहले बनाई जाएगी। इसके बाद यहां पर सोलर लाइट का भी प्रबंधक किया जाएगा। करीब दो दर्जन से भी अधिक सोलर लाइट लगाए जाने का प्लान है। ताकि रात के वक्त यहां आने वालों को पर्याप्त रोशनी मिल सके। साथ ही यहां टहलने या घूमने के इरादे से आने वाले आराम से बैठ सकें, इसके लिए जगह-जगह चेयर भी लगाई जाएंगी।


मंदिर भवन को नहीं टच करेगा विभाग
नाग वासुकी मंदिर के आसपास डेवलपमेंट का काम कराने जा रहा पर्यटन विभाग मंदिर को टच नहीं करेगा। ऐसा इस लिए ताकि मंदिर भवन व उसके अंदर की स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा। पर्यटन विभाग मंदिर के आसपास ही सारा काम कराएगा। विभाग का मानना है कि मंदिर भवन व उसके अंदर की व्यवस्था वहां के जिम्मेदार ही करेंगे। बाहरी हिस्से में जितना भी बेहतर हो सकेगा विभाग काम कराएगा।

मंदिर की बिल्डिंग व उसके अंदर कोई काम विभाग नहीं कराएगा। आसपास के एरिया व बाउंड्री आदि को डेवलप किया जाएगा। यह काम आगामी महाकुंभ एवं शहरियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कराया जाएगा।
बीरेश कुमार
उप निदेशक पर्यटन प्रयागराज मण्डल