- लोक सेवा आयोग की ओर से 648 पदों के लिए आयोजित की गई थी भर्ती प्रक्रिया

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से शुक्रवार को सम्मिलित राज्य अभियंत्र सेवा सामान्य व विशेष चयन 2019 का रिजल्ट शुक्रवार को घोषित कर दिया गया। आयोग की ओर से 5 फरवरी को लिखित परीक्षा का परिणाम जारी किया गया। जिसमें 1262 अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा में सफल घोषित किया गया। सफल अभ्यर्थियों के लिए 22 फरवरी से लेकर 6 मार्च तक इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी की गई। जिसके बाद 580 अभ्यर्थियों को दोनों कैटेगरी में चयन किया गया।

अलग-अलग डिपार्टमेंट में 48 पद रह गए खाली

लोक सेवा आयोग की ओर से यूपीपीएससी एई के पदों पर अलग-अलग विभागों में चयन किया गया। लेकिन विभिन्न विभागों के अन्तर्गत भर्ती में योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने के कारण कुल 48 पद रिक्त रह गए। सचिव जगदीश ने बताया कि इसमें भूमि संरक्षण अधिकारी, सिंचाई एवं जल संसाधन विकास विभाग की 21, सहायक अभियन्ता विद्युत/यान्त्रिक आवास एवं शहरी नियोजन की 4, सहायक अभियंता विद्युत/यान्त्रिक नगर विकास विभाग की 2, सहायक अभियंता जल/बी श्रेणी जलकल अभियंता, नगर विकास विभाग की 15, सहायक निदेशक, कारखाना, श्रम विभाग की 6, सहायक अभियंता जल/बी श्रेणी जलकल अभियंता नगर विकास विभाग विशेष चयन की 17, सहायक अभियंता सिविल, मंडी परिषद विशेष चयन की 3, रिक्तयां योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने के कारण रिक्त रह गई। इस सीटों को अग्रेनीत किया गया है। परीक्षा का परिणाम आयोग की वेबसाइट http://uppsc.up.nic.in तथा आयोग के कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर उपलब्ध करा दिया गया है।

मकैनिकल में शुभम् मिश्रा बने टापर

यूपीपीएससी की ओर से शुक्रवार को जारी यूपीपीएससी एई 2019 के जारी रिजल्ट में मकैनिकल ब्रांच में शुभम कुमार मिश्रा ने पहला स्थान हासिल किया है। शुभम करछना के कौधियारा ओसा गांव के रहने वाले हैं। वह अपनी फैमली के साथ राजरूपपुर में रहते हैं। शुभम ने आईआईटी इंदौर ने 2018 में बीटेक पूरा किया। उनके पिता नरेन्द्र प्रसाद मिश्रा हेमवतीनंदन बहुगुणा पीजी कालेज में क्लर्क के पद पर तैनात हैं। मां सुमित्रा मिश्रा गृहणी हैं। शुभम ने बताया कि आईआईटी इंदौर ने बीटेक करने के बाद उनका कैंपस सलेक्शन हुआ था, लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। उसके बाद से वह गवर्नमेंट जॉब की तैयारी में जुट गए। उनका गोल सिविल सर्विसेज के जरिए आईएएस बनना है। उन्होंने 2021 में पहली बार पीसीएस के लिए भी आवेदन किया है।

रेगूलर 7 घंटे करते थे पढ़ाई

पहले प्रयास में सलेक्शन हासिल करने वाले शुभम बताते हैं कि तैयारी के दौरान वह नियमित रूप से 7 घंटे पढ़ाई के लिए निकालते थे। उन्होंने कोई कोचिंग नहीं की, सिर्फ इंटरव्यू के लिए ऑनलाइन मॉक टेस्ट दिया। उन्होंने 2016 में जेईई एडवांस क्वालीफाई किया था।