प्रयागराज ब्यूरो । यूपी बोर्ड ने सीबीएसई की तर्ज पर कंप्यूटर सब्जेक्ट के कोर्स को अपग्रेड कर दिया है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार बोर्ड के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और ड्रोन टेक्नालाजी पढ़ाई जाएगी। कोर जावा और पाइथन जैसी प्रोग्रामिंग भाषा भी छात्र-छात्राएं पढ़ सकेंगे। यह बदलाव कक्षा नौ, दस, ग्यारह और 12वीं में हुआ है। नया पाठ्यक्रम बोर्ड की वेबसाइट पर अपडेट कर दिया गया है।
70 फीसदी अंक का रिटेन एग्जाम
कक्षा नौ और दस में विद्यार्थियों के लिए 30 अंक का प्रोजेक्ट कार्य करना होगा। इसमें ड्रोन टेक्नालाजी, ई-कामर्स, साइबर टेक्नालाजी पर केंद्रित प्रोजेक्ट बनाने होंगे। इसके अतिरिक्त 70 अंक की लिखित परीक्षा देनी होगी। लाइनेक्स सिस्टम का परिचय, आपरेटिंग सिस्टम के कार्य प्रकार व अवयव, लाइनेक्स का स्वरूप, वीआइ टेक्स एडिटर, कंप्यूटर नेटवर्किंग जैसे पाठ जोड़े गए हैं। कक्षा दस में सी भाषा की प्रोग्रामिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ड्रोन टेक्नालाजी, ई-कामर्स और साइबर सुरक्षा, ई-गवर्नेस का संक्षिप्त परिचय, साइबर सुरक्षा के मूल तत्व, महत्व एवं जानकारी, साइबर अपराध और उनके प्रकार- हैकिं, फिशिंग, साइबर फ्र ाड, स्पूफिंग आदि पढ़ाई जाएगी। प्रयोगात्मक कक्षाओं में इनपुट व आउटपुट पर आधारित प्रोग्राम तैयार एवं परीक्षण करना, कंडीशनल स्टेटमेंट पर आधारित प्रोग्राम तैयार करना एवं परीक्षण करना, लूपिंग स्टेटमेंट पर आधारित प्रोग्राम भी बनाने होंगे।
क्लाउड कम्प्यूटिंग भी जानेंगे छात्र
नए पाठ्यक्रम के अनुसार कक्षा 11 और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए लिखित परीक्षा 60 अंक की और प्रयोगात्मक परीक्षा 40 अंक की होगी। कक्षा 11 में विद्यार्थियों को कम्प्यूटर फंडामेंटल और नंबर सिस्टम पढ़ाने के साथ पाइथन प्रोग्रामिंग से परिचित कराया जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी विस्तार से पढऩा होगा। उभरती हुई तकनीक के क्रम में ब्लक चेन टेक्नालाजी, डिजिटल क्रिप्टो करेंसी, डिजिटल एवं वर्चुअल रियलिटी का परिचय, इंटरनेट आफ थिंग्स, थ्रीडी प्रिंटिंग, क्लाउट कम्प्यूटिंग भी पढ़ाई जाएगी।
12वीं में रोबोटिक्स पर होगी बात
यूपी बोर्ड ने 12वीं में आब्जेक्ट ओरिएंटेड का परिचयन कराने के साथ कोर जावा भाषा पढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके तहत इतिहास, प्रोग्राम निर्माण पढ़ाया जाएगा। एडवांस जावा लैंग्वेज का परिचय कराया जाएगा। इसके तहत ऐरे, स्ट्रिंग, पैकेज, मल्टीथ्रेडिंग, एक्सेप्शन हैंडलिंग, मैनिपुलेशन, एडब्ल्यूटी, अवधारणा, उपयोग, महत्व पर आधारित संक्षिप्त परिचय एवं प्रोग्राम निर्माण बताने के साथ रोबोटिक्स से भी परिचत कराया जाएगा। ड्रोन टेक्नालाजी भी पाठ्क्रम का हिस्सा होगी।