प्रयागराज (ब्यूरो)। प्राइवेट अस्पतालों लगाई जाने वाली बूस्टर डोज की कास्ट 380 रुपए रखी गई है। जिसे देने वाले आगे नही आ रहे हैं। आंकड़ों पर जाएं 60 साल आधिक वाले बुजुर्ग, हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को जिले में कुल मिलाकर 6.51 लाख डोज लगाई जानी है, इसमें से महज 91 हजार ने ही इसे लगवाया है। यहां भी 14 फीसदी ही प्रगति हुई है। खासकर जो 18 से 60 साल के बीच की आयु के लोग हैं, वह बूस्टर डोज कतई नही लगवा रहे हैं।
बची है 1.51 लाख वैक्सीन
स्वास्थ्य विभाग के पास इस समय डेढ़ लाख वैक्सीन की डोज स्टोर बची है।
इसमें से 35 हजार कोविशील्ड, 70 हजार कार्बोवैक्स और 45 हजार डोज को वैक्सीन की है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस समय 12 से 14 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
स्कूल खुलने के बाद उनका वैक्सीनेशन का ग्राफ बढ़ रहा है।
साथ ही बूस्टर डोज के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
अगले 75 दिन तक लगेगी फ्री डोज
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अगले 75 दिन तक फ्री आफ कास्ट बूस्टर डोज लगाई जानी है। यह अभियान 15 जुलाई से चलेगा। बता दें कि वर्तमान में कोरोना के केसेज की संख्या तेजी से बढ़ी है। ऐसे में युवाओं से भी बूस्टर डोज लगवाने की अपील की जा रही है।
बढ़ जाता है वेस्टेज का खतरा
कोरोना वैक्सीन की कोई भी वायल खोलने के बाद उसे 4 से 6 घंटे तक ही लगाने लायक रहती है।
इसके बाद वैक्सीन के खराब होने का खतरा बना रहता है। एक वायल में दस डोज मौजूद रहती हैं।
ऐसे में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में एक साथ आठ से दस लोगों के एकत्र होने पर ही वायल को खोला जाता है।
प्रीति नर्सिंग होम के संचालक डॉ। अनुज गुप्ता बताते हैं कि हमारे यहां अब तक 1500 लोगों ने बूस्टर डोज लगवाई है।
जीवन ज्योति अस्पताल के डायरेक्टर डॉ। अर्पित बंसल की मानें तो अब तक 800 लोगों ने बूस्टर डोज लगवाई है।
आ गई स्पूतनिक की बूस्टर डोज
शहर में स्पूतनिक कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज भी उपलब्ध है। प्रीति नर्सिंग होम में इसे इंट्रोड्यूस किया गया है। डॉ। अनुज गुप्ता बताते हैं कि इसकी बूस्टर डोज की कास्ट 450 रुपए है। दो डोज लगवा चुके लोग अब स्पूतनिक की बूस्टर डोज लगवा सकते हैं।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत लोगों को बूस्टर डोज फ्री लगवाई जाएगी। इसकी तैयारी हो गई है। अब उन लोगों की संख्या बढ़ेगी जो अभी तक बूस्टर डोज नही लगवा रहे थे। कोरोना से बचाव के लिए यह डोज बेहद जरूरी है।
डॉ। तीरथ लाल
एसीएमओ व वैक्सीनेशन प्रभारी स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज