कहीं हादसे, कहीं अपनों से बिछड़ने के गम ने दीपावली की रौनक पर फेरा पानी
कोरोना महामारी ने भी बुझा दिए कई घरों के चिराग
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PRAYAGRAJ: शनिवार को दिवाली के मौके पर घरों में रौशनी बिखरेगी। लोग उत्साह के साथ घर को सजायेंगे, पूजन करेंगे और फिट पटाखे बजायेंगे। लेकिन, करीब एक सैकड़ा परिवार ऐसे भी होंगे, जिनके घरों में मातम मनेगा। इन लोगों ने दुर्घटना, कोरोना जैसे कारणों के चलते अपनो को खो दिया है।
हादसों में गवां दी बेशकीमती जान
तेज रफ्तार हमेशा ही खतरनाक होती है। ये जानते हुए भी अपने रफ्तार के जुनुन को कम नहीं करते है। आखिर मे उनकी इस गलती का खामियाजा उनके परिवार को उठाना पड़ता है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट के आंकड़ों पर नजर डालें तो सिटी में जनवरी से लेकर सितंबर तक कुल 791 सड़क हादसे हुए। इसमें 367 लोगों ने दम तोड़ा। घायल होने वालों के आंकड़ों पर नजर डाले तो उनकी संख्या 505 रही।
मंथ एक्सीडेंट मौत घायल
जनवरी 127 52 85
फरवरी 110 47 82
मार्च 104 47 64
अप्रैल 26 07 21
मई 81 41 47
जून 96 45 85
जुलाई 74 37 50
अगस्त 78 39 45
सितंबर 91 52 46
कुल 791 367 505
148 फैमली को अपनों के लौटने का इंतजार
पुलिस डिपार्टमेंट के डाटा पर नजर डाले तो जनवरी से अब तक कुल 148 परिवारों ने अपने फैमली मेंबर की गुमशुदगी दर्ज करायी है। कई ऐसे परिवार भी है, जिनमें अपने कहीं चले गए है। उन परिवारों के लिए भी इस बार की दीपावली खुशियां खत्म हो गई है। क्योकि उनको अपनों के घर लौटने का इंतजार है।
जनवरी से अब तक गायब नाबालिग
जेंडर गायब मिले अभी तक इंतजार
लड़के 18 4 14
लड़कियां 38 6 32
जनवरी से अब तक गायब
जेंडर गायब मिले
मेल 61 13
फीमेल 61 07
कोरोना ने छीन ली 325 की जिंदगी
परिवारों से त्योहार की खुशियां छीनने में कोरोना का भी बड़ा रोल है। कुल 325 लोग जान गंवा चुके थे। इसके चलते किसी का परिवार ईद नहीं मना सका तो ज्यादातर दिवाली की खुशियां नहीं मना सकेंगे। बचे लोगों के सामने यही इसी तरह की स्थिति क्रिसमस पर होगी।