प्रयागराज (ब्यूरो)। मेडिकल कालेज की पैथोलाजी विभाग की सह आचार्य डॉ। वर्षा गुप्ता ने किडनी रोग से संबंधित अत्याधुनिक जांच इम्युनोफ्लोरोसेंस के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह जांच किडनी रोगों के इलाज में मील का पत्थर साबित हो रही है। अभी तक यह जांच एम्स और एसजीपीजीआई में उपलब्ध थी। अब इसे एसआरएन में शुरू करा दिया गया है। इस जांच से किडनी की गंभीर बीमारियों का पता लग जाता है। इस जांच के जरिए किडनी ट्रांसप्लांट भी जल्दी शुरू किया जा सकेगा। फिर लोगों को बड़े शहरों में नही जाना होगा। सेमिनार की अध्यक्षता एएमए अध्यक्ष डॉ। सुजीत सिंह ने की। उन्होंने वक्ताओं को स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया। जिसमें डॉ। एसपीएस चौहान, डॉ। सौरभ गुजराती, डॉ। एनएन गोपाल, डॉ। कचनार वर्मा शामिल रहे। वैज्ञानिक सचिव डॉॅ अनुभा श्रीवास्तव ने संचालन व संयुक्त सचिव डॉ। संतोष सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सेमिनार में डॉ। अशोक अग्रवाल, डॉ। जीएस सिन्हा, डॉ। आरकेएस चौहान, डॉ। सपन श्रीवास्तव, डॉ। राजेश मौर्या, डॉ। पारुल माथुर, डॉ अनूप चौहान, डॉ। सुभाष वर्मा, डॉ। अभिनव अग्रवाल, डॉ। उत्सव सिंह आदि उपस्थित रहे।