- एयू के फिजिकल एजूकेशन डिपार्टमेंट में पीएचडी में धांधली का है आरोप,रजिस्ट्रार को जवाब देने के लिए भेजा लेटर
prayagraj@inext.co.in
PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट में पीएचडी दाखिले में हुई धांधली का जिन एक बार फिर से बाहर आ गया है। यूजीसी ने पीएचडी में दाखिले के दौरान चार सीटों पर हुई धांधली और रिजल्ट गायब होने को लेकर रजिस्ट्रार को चौथी बार लेटर लिख कर जवाब मांगा है। वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने फिर जांच की बात कही है, कहा है कि जांच की जा रही है। जांच पूरी होने पर जवाब दे दिया जायेगा।
एयू की जांच कमेटी का नहीं आ सका फैसला
फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट में पीएचडी में चार सीटों पर धांधली के आरोप को लेकर शिकायत के बाद फिर यूजीसी ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जवाब मांगा। जिसके बाद आनन-फानन में डीन आट्र्स की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई। हालांकि अभी तक कमेटी की ओर से मामले में जांच करके कोई निर्णय नहीं हो सका। इसी बीच ये बात भी सामने आयी कि डिपार्टमेंट से एडमिशन रिजल्ट ही गायब कर दिए गए हैं। ऐसे में अब चौथी बार यूजीसी ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को लेटर भेजकर पूरे मामले में जवाब तलब किया है।
2019-20 में मांगे गये थे आवेदन
- एयू के फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट में सेशन 2019-20 के लिए पीएचडी में चार सीटों पर दाखिले के लिए आवेदन मांगे गए थे।
- 20 मई 2019 को इंट्रेस के बाद रिजल्ट जारी कर सफल अभ्यर्थियों को जनवरी में लेवल-टू के तहत इंटरव्यू के लिए कॉल किया गया था।
- यूजीसी को शिकायत दर्ज कराने वाले मो। साबिर ने धांधली का आरोप लगाया था।
- उनका आरोप था कि एक अभ्यर्थी को तत्कालीन एचओडी प्रो.डीसी लाल ने प्रवेश दे दिया। जबकि अन्य के बारे में कोई जानकारी ही नहीं दी गई।
- फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट में पीएचडी में दाखिले के मामले में इंक्वायरी चल रही है। इंक्वायरी पूरी होने के बाद इसके बारे में कुछ जवाब दिया जा सकेगा।
डॉ। जया कपूर
पीआरओ, इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी