प्रयागराज (ब्यूरो)। हरवारा निवासी राहुल सोनकर जूता- चप्पल की शॉप चलाया करता था। बताते अनमैरिड राहुल मम्मी व पापा और बहन के साथ ही रहता था। रविवार रात खाना खाने के बाद वह कमरे में सोने के लिए चला गया। दूसरे दिन सोमवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे तक रूम से वह बाहर नहीं आया। यह देख बहन जगाने के लिए कमरे के दरवाजे पर पहुंची। उसके पुश करते ही दरवाजा खुल गया। कमरे में फांसी के फंदे से लटक रही बॉडी पर नजर पड़ी तो वह चीख पड़ी। उसकी आवाज सुनकर घर वाले दौड़ पड़े। परिवार में कोहराम मच गया। आवाज सुन पड़ोसी भी पहुंच गए। पुलिस तो और घर वालों से सुसाइड के कारणों की बाबत पूछताछ की। परिजनों ने पुलिस को बताया कि लाकडाउन में उसकी दुकान बंद हो गई थी। वह आर्थिक रूप से कमजोर हो चुका था। इस बात को लेकर राहुल काफी परेशान रहा करता था।

पेड़ से लटकती मिली बॉडी
पेड़ में बंधी रस्सी के सहारे कंधईपुर निवासी दशरथ यादव की बॉडी लटक रही थी। सुबह पेड़ से लटक रही उसकी बॉडी देख कर लोग स्तब्ध रह गए। जानकारी होने पर पहुंची धूमनगंज पुलिस छानबीन में जुट गई। परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसके तीन भाई दूध की डेरी चलाते हैं। डेरी में वह भी भाइयों की मदद किया करता था। चौकी इंचार्ज संदीप यादव के मुताबिक वह नशे का आदी था। नशे को लेकर उसकी भाइयों व घर वालों से आए दिन विवाद होता था। नशे के लिए रुपये नहीं मिलने से वह आर्थिक तंगी को लेकर परेशान था। रविवार रात मां ने उसे डाटते हुए सुधरने की नसीहत दी थी।

फांसी लगाकर दोनों ने सुसाइड किया है। पूछताछ में यह बातें थाना पुलिस को बताई गई हैं। दोनों की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी