प्रयागराज (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड दो चरणों में प्रायोगिक परीक्षा आयोजित करा रहा है। पहले चरण की प्रयोगिक परीक्षा दस मंडलों में शुरू हो गई है, जो कि 27 अप्रैल तक चलेगी। 28 अप्रैल से आठ मंडलों के जिलों में दूसरे चरण के प्रायोगिक परीक्षा की प्रक्रिया शुरू होगी, जो पांच मई तक चलेगी। इसी बीच उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई। मूल्यांकन कार्य के लिए प्रदेश में 271 केंद्र बनाए गए हैैं। मूल्यांकन के लिए सवा लाख से अधिक परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, जो करीब ढाई करोड़ उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे।
मूल्यांकन कार्य में लगने वाले परीक्षकों के शिक्षण अनुभव को इसलिए शिथिल किया गया, क्योंकि वह योग्यता के आधार पर चयनित होते हैैं। यह परीक्षक उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग या उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की परीक्षा से चयनित होते हैैं, इसलिए उनकी योग्यता पर अनुभव की आवश्यकता नहीं रह जाती।
दिब्यकांत शुक्ल
सचिव, यूपी बोर्ड