प्रयागराज (ब्यूरो)। गुरुवार को धूमनगंज पुलिस के साथ आठ थानों की फोर्स और पीएसी मुजफ्फर के पैत्रिक गांव चफरी पहुंची। गांव में उसने अपनी मां के नाम से एक घर बनवाया था। उसको कुर्क किया गया। हालांकि परिवार वालों को कुर्की की भनक पहले से थी। इस कारण अंदर कुछ नहीं मिला। दरवाजे तक निकाल लिए गए थे। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां इक_े हो गए थे। उनकी पुलिस से झड़प हो गई। उनका कहना था कि यह प्रापर्टी पैतृक है। इसे मुजफ्फर ने नहीं खरीदा है लेकिन पुलिस ने नहीं सुना। ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से शिकायत करने कलेक्ट्रेट भी आया लेकिन डीएम से मुलाकात नहीं हो पाई। उधर पुलिस ने घर को कुर्क करने के बाद प्रयागराज लखनऊ हाईवे पर 46.32 वर्ग मीटर की एक और प्लाट को कुर्क कर वहां कुर्की का बोर्ड लगा दिया।
मुजफ्फर के साथी की भी संपत्ति हुई कुर्क
इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि लगभग एक करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई। इस दौरान एसडीएम सोरांव डा। कंचन, एसपी गंगापार अभिषेक अग्रवाल, सीओ सोरांव और भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही। वहीं मुजफ्फर के साथी योगेंद्र नारायाण शुक्ला की झोकरी गांव स्थित प्रापर्टी भी पुलिस ने कुर्क की। योगेंद्र भी गौ-तस्करी में मुजफ्फर का साथी था। उसके खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ था। कुछ दिन पहले ही वह छूटकर आया है। पुलिस ने झोकरी गांव स्थित 114 वर्ग मीटर के प्लाट को कुर्क किया। योगेंद्र ने इसे अपनी पत्नी दीपा शुक्ला के नाम से खरीदा था।