प्रयागराज (ब्यूरो)। नशे का कारोबार इस कदर हावी है कि शहर में पिछले कई सालों में बड़ी संख्या में नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं। यहां पर स्मैक, गांजा, हेरोइन, ब्राउन शुगर जैसे नशे से छुटकारा दिलाने का इलाज किया जाता है। डॉक्टर्स का कहना है कि हर साल हजारों रोग नशे की आदत का शिकार होते हैं और इनमें से एक चौथाई की मृत्यु हो जाती है। इनमें युवाओं की संख्या कहीं ज्यादा है।
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दुनिया भर में करीब 23.4 करोड़ लोग ड्रग्स का इस्तेमाल करते हैं।
हर साल ड्रग्स के कारण करीब 2 लाख लोग जान गंवा बैठते हैं।
कोरोना महामारी का नशीली चीजों की तस्करी पर कोई फर्क नहीं पड़ा।

5 बजे के बाद मिलेगी मदिरा
नशा निरोधक दिवस के मददेनजर प्रशासन ने रविवार को सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक सभी शराब की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया है। इसके अलावा भांग की दुकानें अब पूरे दिन बंद रहेंगी। पहली बार इस दिवस पर प्रशासन ने यह कदम उठाया है जिसका लोगों ने खुलकर स्वागत किया है।

नशे की लत से छुटकारा पाना आसान है, बस इच्छा शक्ति होनी चाहिए। हम लोग इलाज के साथ लोगों की काउंसिलिंग भी करते हैं। शहर में बढ़ते नशा मुक्ति केंद्र नशे की बढ़ती लत की गवाही दे रहे हैं।
डॉ राकेश पासवान, मनोचिकित्सक