प्रयागराज ब्यूरो । पचास हजार के वांछित इनामी अभियुक्त अंशु गुप्ता को ढाई साल बाद कोतवाली पुलिस व एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर शहर के अतरसुइया स्थित रानीमंडी निवासी आदर्श केसरवानी के कत्ल का आरोप है। यह घटना एक अप्रैल २०२२ को हुई हुई थी। पुलिस का दावा है कि उसकी गिरफ्तारी ललित नगर कॉलोनी के पास से की गई है। कत्ल की वारदात को अंजाम देने के बाद से ही वह भागा हुआ था। तलाश में जुटी पुलिस ने उसके ऊपर इनाम घोषित किया था। पुलिस टीम द्वारा की गई पूछताछ में उसने कत्ल की वजह का पर्दाफाश किया। कहा कि आदर्श दोस्त की पत्नी को परेशान किया करता था। यही वजह है कि कई लोगों ने मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया था।
घर से बुलाकर ले गया था दोस्त
एक अप्रैल की रात शहर के रानीमंडी निवासी आदर्श केसरवानी पुत्र जीतेंद्र केसरवानी हत्या कर दी गई थी। आदर्श को भारती भवन निवासी मोनू सारस्वत बुलाकर अपने घर बुलाकर ले गया था। पुलिस के मुताबिक वहीं गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। कत्ल के बाद आरोपितों ने दुस्साहसिक वारदात कदम उठाया। देर रात आदर्श की बॉडी को कार से ले जाकर सुहागी पहाड़ के नीचे फेक दिया था। मामले में मारे गए आदर्श के पिता जीतेंद्र ने अपहरण का मुकदमा कोतवाली थाने में दर्ज कराया था। केस दर्ज करने के बाद पुलिस तफसील से मामले की तफ्तीश में जुटी। पुलिस कॉल डिटेल टटोलना शुरू की तो अमित और बिक्कू नाम के दो युवकों का कनेक्शन उससे जुड़ता हुआ दिखाई दिया। दोनों को उठाकर पुलिस पूछताछ की तो क्राइम की पूरी स्क्रिप्ट क्लियर हो गई। इसके बाद पुलिस ने आदर्श की बॉडी को बरामद कर लिया था। कुछ माह बाद जब मोनू सारस्वत पुलिस के हाथ लगा तो उसने अंशु गुप्ता निवासी मीरगंज (भारती भवन) के नाम का खुलासा किया। तभी से पुलिस अंशु गुप्ता की तलाश में जुटी थी। मगर वह लगातार पुलिस को चकमा देते चला आ रहा था। उसकी तलाश में पुलिस प्रदेश के कई जिलों व गैर प्रदेशों में भी खाक छानती रही। उसकी गिरफ्तारी के लिए अफसरों ने एसटीएफ की टीम मैदान में उतार दी। इसके बाद अंशु पर ५० हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया था।
सटीक लोकेशन पर लकी एसटीएफ
बताते हैं कि एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक को रविवार दोपहर आरोपित ५० हजार के इनामी की लोकेशन जरिए मुखबिर मिली।
खबरी ने उन्हें बताया कि कत्ल का वांछित अभियुक्त अंशु ललित नगर नई पानी की टंकी रेलवे कॉलोनी के पास पहुंचने वाला है।
यह पता चलते ही उन्होंने एसटीएफ की टीम को उसके पीछे लगा दिया। टीम बताए गए स्थान पर पहले से ही घेराबंदी करके मुस्तैद हो गई।
जैसे ही आरोपित अंशु उस लोकेशन पर पहुंचा टीम ने दबोच लिया। एसटीएफ के मुताबिक पूछताछ में आरोपित अंशु ने बताया कि मोनू सारस्वत, नयन वैश्य, सुमित चौरसिया आपस में दोस्त हैं।
आदर्श केसरवानी मोनू की पत्नी कोमल को परेशान किया करता था। मोनू, उसकी पत्नी कोमल के साथ मिलकर उसने आदर्श का पहले अपहरण किए फिर उसकी हत्या कर दिए थे।
कत्ल के बाद वह पुलिस से बचने के लिए मध्य प्रदेश, दिल्ली, मुंबई, पंजाब कई अन्य जिलों व प्रदेशों में वक्त बिता रहा था।
वर्जन
गिरफ्तार वांछित अभियुक्त ने कत्ल के सारे राज को कबूल किया है। वह पिछले ढाई साल से भागा-भागा फिर रहा था। सटीक सूचना पर लगाई गई टीम ने उसे दबोच लिया है।
शैलेश प्रताप ङ्क्षसह, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ