जिले में 12 लाख के करीब रजिस्टर्ड हैं व्हीकल्स, सिर्फ 289474 ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट से हुए लैस

PRAYAGRAJ: एक अप्रैल 2019 से पूर्व के वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना आरटीओ के लिए चुनौती बन गई है। कामर्शियल वाहनों पर नंबर प्लेट लगवाने की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित है। महज 25 दिन शेष हैं। लेकिन उदासीनता का आलम यह है कि अभी तक महज 31272 कामर्शियल वाहनों पर ही नई नंबर प्लेट लग पाई है। जबकि जनपद में कुल 109,300 कामर्शियल व्हीकल रजिस्टर्ड हैं। लगभग 78,028 हजार वाहन अभी भी पुरानी नंबर के साथ चल रहे हैं।

ये है हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का प्रोसेस

आरटीओ ने निर्धारित तिथि के अंदर सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने की प्रॉसेस तेज कर दी है। इसके लिए लोगों को अवेयर किया जा रहा है। साथ ही प्रॉसेस को भी सरल और सुविधाजनक बनाया गया है। वाहन मालिक bookmyhsrp.com/index.aspx वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग कर घर बैठे भी अतिरिक्त फीस वहन कर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवा सकते हैं। आरटीओ एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के बिना एक अप्रैल 2019 से रजिस्टर्ड वाहनों का पंजीकरण और फिटनेस आदि से संबंधित कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा है। सभी तरह के कार्यो पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। यहां जान लें कि प्राइवेट वाहनों के लिए नवंबर 2021 से नवंबर 2022 तक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का समय निर्धारित है। जिले में 1200,321 रजिस्टर्ड हैं। 289474 वाहनों में नई नंबर प्लेट लग चुकी है।

वाहनों के अंत के नंबर के अनुसार फिक्स है नंबर प्लेट लगवाने की डेट

0 या 1 नंबर है तो 15 नवंबर 2021 तक।

2 या 3 नंबर तो 15 फरवरी 2022 तक।

4 या 5 नंबर है तो 15 मई 2022 तक।

6 या 7 नंबर है तो 15 अगस्त 2022 तक।

8 या 9 नंबर है तो 15 नवंबर 2022 तक।

01

अप्रैल 2019 से पूर्व के वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना आरटीओ के लिए बनी हुई चुनौती

30

सितंबर तक कामर्शियल वाहनों पर नंबर प्लेट लगवाने की है तिथि निर्धारित

31272

कामर्शियल वाहनों पर ही अब तक लग पाई है नई नंबर प्लेट

109,300

कामर्शियल व्हीकल जबकि है रजिस्टर्ड

78,028

लगभग वाहन अभी भी चल रहे पुरानी नंबर के साथ

1200,321

जिले में है रजिस्टर्ड वाहन

289474

वाहनों में लग चुकी है नई नंबर प्लेट

एक अक्टूबर से कामर्शियल वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य है। निरीक्षण में पकड़े जाने पर चालान और बंद की कार्रवाई की जाएगी।

डा। सियाराम वर्मा

एआरटीओ प्रशासन