प्रयागराज (ब्यूरो)।मौसम विभाग ने प्रयागराज में 28 से 30 जून के बीच भारी बारिश, आंधी/तूफान एवं वज्रपात की संभावना जताई है। जिसको देखते जनहित में प्रशासन ने एलर्ट जारी किया है। जिसके तहत अगर बारिश हो रही है और आपने कार का रेडियो ऑन किया तो आकाशीय बिजली की चपेट में आप भी आ सकते हैं। इससे बचने के लिए बारिश और तूफान के दौरान कतई ऐसा कोई स्टेप न उठाएं, जिससे जान का जोखिम बन जाए।
बीस जून तक प्रयागराज में बारिश की दस्तक हो जाती है। इस बार 22 जून को प्रयागराज में मानसून की पहली बारिश हुई। इसके बाद 27 जून को बारिश ने कमाल दिखाया और कई जगह पर बूंदाबांदी हुई तो कई जगह बारिश ने अपनी आमद तेजी से दिखाई। मंगलवार को कई जगह बारिश हुई। शहर के दारागंज, सलोरी, गोविंदपुर, तेलियरगंज, सिविल लाइंस, धूमनगंज और शंातिपुरम इलाके में बारिश हुई तो लोगों को गर्मी से भारी राहत मिली। मंगलवार रात को मौसम बीते दो महीने के दौरान सबसे ठंडी रही। इसका असर बुधवार को भी दिखा। बुधवार को दिन में बेली, मम्फोर्डगंज इलाके में करीब आधा घंटा बारिश हुई।इन चीजों रखें ख्याल
जब भी रेतीले तूफान या धूल भरी आंधियों का सामना हो तो हमेशा आंखों को ढककर रखें
सबसे पहले मास्क लगाएं और फिर आंखों में गॉगल्स (चश्मा) पहन लें।
अपने शरीर के अंगों को भी ढंककर रखें ताकि धूल के कारण इंफेक्शन न हो।
आप तूफान में फंस जाते हैं तो सबसे पहले अपने लिए किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाये।
घर के अंदर हैं तो भूलकर भी खिड़की के पास न खडे रहें।
खिड़कियों और दरवाजों के अच्छी तरह बंद करने के बाद इनके आसपास कोई भारी सामान रख दीजिए
आप कार में हैं तो कार के शीशे बन्द कर लें और किसी सुरक्षित स्थान पर अपनी कार को खडी कर लें।
तूफान के वक्त गाड़ी के अंदर रेडियो न चलाएं, ऐसा करने से आप आकाशीय विद्युत की चपेट में आ सकते हैं।
तूफान के दौरान नहाने से बचना चाहिए, क्योंकि पानी में करंट सबसे तेजी से फैलता है, कोशिश करें कि पानी से दूर ही रहें।
आंधी-तूफान जैसी स्थितियों से बचने का सबसे बेहतर विकल्प होता है कि आप इस दौरान अपने घरों से बाहर न निकलें, अगर ऑफिस में हैं तो बारिश के बंद होने का इंतजार करें।
घर से निकलना बहुत जरूरी है तो मौसम की जानकारी और अपडेट के साथ ही बाहर निकलें और मोबाइल पर पल-पल की जानकारी लेते रहें।
किसी समस्या में आपदा कन्ट्रोल सेन्टर के नम्बर 0532-2641577, 0532-2641578, 9454417842 एवं 7524521390 पर सम्पर्क करें।
समस्त राजकीय चिकित्सालय, पीएचसी एवं सीएचसी सभी अस्पताल अलर्ट पर रहें।
ट्रामा मैनेजमेंट, सर्पदंश, बिजली के झटके एवं जल जनित रोगो के उपचार की व्यवस्था अपने चिकित्सालयों पर सुनिश्चित करे लें।
आकस्मिक सेवाओं में तैनात अधिकारी/कर्मचारी डयूटी पर उपस्थित रहेें।
औषधियों आदि की व्यवस्था, रोगी वाहन की व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाय।
आकाशीय विद्युत से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव एवं पूर्व चेतावनी हेतु दामिनी ऐप का प्रयोग करें।
पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें।
मौसम की जानकारी हेतु रेडियो आदि प्रसारण माध्यमों से जानकारी लेते रहे।
फसलों की सुरक्षा हेतु पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कर लें।
राष्ट्रीय इन्टीग्रेड आपदा चेतावनी पोर्टल (सचेत) ऐप को डाउनलोड कर ऐप का प्रयोग करें.(ह्यड्डष्द्धद्गह्ल.ठ्ठस्रद्वड्ड.द्दश1.द्बठ्ठ)