टीटीई की मनमानी नहीं चलेगी चलती ट्रेन में सीट एलॉट करने में

अगले महीने एनसीआर में आ जाएंगी 500 हैंड हेल्ड मशीनें

वेटिंग का टिकट कन्फर्म करने के बाद ही किसी दूसरे को सीट दे सकेंगे टीटीई

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: चलती ट्रेन में टीटीई से सेटिंग करने वाले को सीट मिल गयी और वेटिंग टिकट वाला अपने डेस्टिनेशन तक इंतजार ही करता रह गया। यह व्यवस्था अगले महीने दिल्ली-हावड़ा रूट की महत्वपूर्ण ट्रेनों में समाप्त हो जाएगी। टीटीई की मजबूरी होगी कि वह पहले वेटिंग टिकट कन्फर्म करे। इसके बाद भी सीट खाली रह जाती है तभी वह किसी दूसरे यात्री को सेटिंग करके सीट दे सकेगा। इससे पहले ऐसा करना टीटीई को भारी भी पड़ सकता है।

पैसेंजर्स को मिलेगा न्यू इयर गिफ्ट

सिस्टम पटरी पर आएगा टीटीई को हैंड हेल्ड मशीन से लैश करने की योजना से। सूत्रों के अनुसार कुंभ मेला से पहले नए साल में ये मशीने एनसीआर से गुजरने वाली ट्रेनों के टीटीई को बांटी जाने लगेंगी। इसका इस्तेमाल शुरू कर कर देने का फायदा यह होगा कि ट्रेन के स्टेशन छोड़ते ही पता चल जाएगा कितने लोगों ने चार्ट बनने के बाद टिकट कैंसिल कराया है। इसके बाद टीटीई की जिम्मेदारी होगी कि वह टिकट चेक करने के दौरान ही वेटिंग लिस्ट वाले पैसेंजर्स को सीट उपलब्ध करा दे।

500

टीटीई को फ‌र्स्ट फेज में मिलेंगे हैंड हेल्ड टर्मिनल

8000

हैंड हेल्ड टर्मिनल दूसरे चरण में आवंटित किए जाएंगे

20

मिनट में हो जाएगी कोच के सभी टिकटों की जांच

50

मिनट अभी लगते हैं टिकटों की जांच करने में

रिफंड में भी होगी आसानी

टर्मिनल अपडेट होने से कैंसिल टिकट के रिफंड की प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी। अभी कैंसिल के बाद रिफंड के लिए टीटीई की रिपोर्ट लगती है कि संबंधित व्यक्ति ने यात्रा नहीं की। मशीन आवंटन के दोनों चरण पूरे होने के बाद शताब्दी, राजधानी और दूरंतो के साथ-साथ सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में भी टीटीई को टर्मिनल मिल जाएंगे।

रेल मंत्रालय पैसेंजर्स को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने और यात्रा को आसान बनाने का प्रयास कर रहा है। हैंड हेल्ड टर्मिनल की प्लानिंग भी इसी का हिस्सा है। कुंभ के दौरान इस मशीन का फायदा महत्वपूर्ण ट्रेनों के पैसेंजर्स को मिलेगा।

सुनील गुप्ता

पीआरओ, एनसीआर, इलाहाबाद मंडल