प्रयागराज ब्यूरो । इलाहाबाद विश्वविद्यालय के गौरव शहीद पदमधर की शहादत दिवस पर शनिवार को छात्रों द्वारा श्रद्धांजली दी गई और उनके द्वारा स्थापित सिद्धांतों को याद किया गया। तिरंगा यात्रा भी निकाली गई।
इस दौरान छात्रों ने संकल्प लिया कि फीस वृद्धि, छात्रसंघ बहाली व अवैध नियुक्ति वाली कुलपति के बर्खास्तगी तक संघर्ष जारी रखेंगे।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद चंद दुबे ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा की विश्वविद्यलय प्रशासन को विलासिता ने इस तरह से घेरा है की उसने राजनीति की नर्सरी छात्र संघ को भंग कर दिया है। छात्र इतने दिनों से आंदोलन कर रहे है। आज तक उसके लिए इनको वार्ता करने की जरूरत नहीं पड़ी। देश जब गुलाम था तब इलाहाबाद विश्वविद्यालय मे छात्रसंघ था। आज यह कैसी आजादी है जिसमे हमारा छात्रसंघ गुलामी की जंजीरों मे जकड़ा हुआ है। हम शहीद लाल पदमधर के वंशज है और यदि बगावत कर गए तो उसका अंजाम क्या होगा हमको खुद नहीं पता।
समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष अखिलेश गुप्ता ने कहा कि जिस तरह शहीद लाल पदमधर ने तिरंगे के सम्मान के लिए अपने सीने पर गोली खाई थी। उसी प्रकार हम सभी छात्रसंघ के लिए प्रतिबद्ध है। यदि जरूरत पड़ी तो हम लोगों को भी इसके लिए आगे आना पडेगा और अगर हमारे कदम आगे आ गए तो फिर पीछे नहीं हटेंगे।
पूर्व उपाध्यक्ष अदिल हमजा ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों को आंदोलन करने पर फर्जी मुकदमे मे जेल भी भेजा गया है। उनके ऊपर अलग से फर्जी मुकदमे भी लगाए जा रहे है। विश्वविद्यालय के इतिहास मे काला धब्बा है। विश्वविद्यालय का इतिहास कभी ऐसे गैरजिम्मेदार प्रशासन को माफ नहीं करेगा.इस अवसर पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद चंद दुबे, पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष आदिल हमजा, जिलाध्यक्ष समाजवादी छात्रसभा अखिलेश गुप्ता, चंद्रशेखर, आयूष प्रियदर्शी आदी लोग उपस्थित रहे।