इलाज में लापरवाही से मर चुकी मां को इंसाफ दिलाने के लिए जूझता रहा बेटा
कहीं नहीं सुनी गई उसकी बात तो कोर्ट ने सीएमओ की रिपोर्ट पर दिया इंसाफ
PRAYAGRAJ: फिल्म जॉली एलएलबी में जज बने एक्टर ने कहा था जब लोगों को कहीं इंसाफ नहीं मिलता तो वह कोर्ट आता है। इस उम्मीद से कि उसे यहां इंसाफ जरूर मिलेगा। पीडि़त को उम्मीद होती है कि उसे कोर्ट में इंसाफ मिलेगा। एक्टर की यह बातें शुक्रवार को यहां सच साबित हुई। इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ जब उसकी कहीं नहीं सुनी गई तो कोर्ट में इंसाफ मिला। आरोपित डॉक्टर पर कोर्ट ने रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है। यह आदेश उतरांव के टिकरी निवासी मनोज कुमार की अर्जी पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्र नाथ ने दिए हैं।
2018 से लड़ता रहा मृतका का बेटा
टिकरी निवासी मनोज के आरोप थे कि 30 जुलाई 2018 में उसकी मां के पेट में दर्द हो रहा था। इलाज के लिए वह मां को झूंसी के गौसिया हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। एडमिट के दो दिन बीतने पर भी कोई आराम नहीं हुआ। यह देख वह मां का इलाज कहीं और करवाने के लिए डॉक्टर से डिस्चार्ज करने को कहा। वह कोर्ट को बताया कि इस पर डॉक्टर यूएस खान ने डिस्चार्ज करने से इंकार कर दिया। डॉक्टर ने कहा कि शाम तक आराम मिल जाएगा। इसके बाद भी उसकी मां को आराम नहीं हुआ। वह फिर डॉक्टर से डिस्चार्ज के लिए कहा पर जवाब वहीं इंकार में मिला। तंग आकर उसने मामले की खबर पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने पर हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा कहा गया कि उसकी मां की मृत्यु दोपहर में ही हो गई थी। उसकी अर्जी पर मामले में अदालत ने घटना की जांचकर रिपोर्ट देने के निर्देश सीएमओ को दिया। सीएमओ की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद प्रथम दृष्टया कोर्ट ने आरोपित को दोषी पाते हुए झूंसी प्रभारी को मुकदमा दर्जकर विवेचना का आदेश दिया।
कोर्ट के इस आदेश की जानकारी हमें नहीं है, हो सकता है कि इंस्पेक्टर साहब को यह जानकारी हो। वह कहीं बाहर गए गए हैं।
- अमित सिंह, कार्यवाहक प्रभारी थाना झूंसी