प्रयागराज ब्यूरो । शहर के किस मोहल्ले में बिजली चोरी अधिक हो रही है? विभाग को इस सवाल का जवाब अब जगह-जगह लगाए गए ट्रांसफार्मर ही देंगे। बिजली चोरी को रोकने के लिए विभाग नित नए-नए तरीकों का प्रयोग कर रहा है। इसी के तहत ट्रांसफार्मरों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। कुछ ट्रांसफार्मरों में टेस्टिंग के रूप में यह मीटर लगाए जा चुके हैं। ट्रांसफार्मर कनेक्शनों पर दिया गया लोड इस मीटर में सेट किया जाएगा। निर्धारित लोड से अधिक ट्रांसफार्मर पर भार पड़ते ही मीटर का कांटा आगे बढ़ जाएगा। इससे यह पता चल जाएगा कि सम्बंधित ट्रांसफार्मर से जिन मोहल्लों में कनेक्शन है, वहां पर कनेक्शन पर दिए गए लोड से ज्यादा बिजली खर्च हो रही है। इतना पता चलते ही वह इलाका विभाग के रडार पर आ जाएगा। रडार पर आए ऐसे मोहल्लों में अधिकारी कनेक्शनों की जांच और बिजली चोरों की तलाश में जुट जाएंगे।

पता चलते ही लगाया जाएगा अभियान
तमाम कोशिशों के बावजूद बिजली चोरी शहर में रुकने का नाम नहीं ले रही है। बिजली चोरी की वजह से खुद विभाग के लोग परेशान हैं। आए दिन जांच में पकड़े जाने वालों के खिलाफ मुकदमें भी दर्ज कराए जा रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में शहर के अंदर दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। छानबीन और छापे के बावजूद बिजली की चोरी कर रहे लोगों के जेहन में कार्रवाई का खौफ नहीं दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि विभाग अब बिजली चोरी को रोकने के लिए ट्रांसफार्मरों में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना तैयार किया है। शहर के करीब डेढ़ सौ ट्रांसफार्मरों में यह मीटर बतौर टेस्टिंग लगा दिए गए हैं। अफसरों की मानें तो यह मीटर बिजली चोरी को रोकने के लिए कारगर साबित होंगे। स्मार्ट मीटर ट्रांसफार्मरों के साथ लोगों के घरों में भी लगाए जा रहे हैं। फस्ट फेज में यह काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। बताते हैं कि घर और ट्रांसफार्मर में लगे मीटर की वजह से बिजली की चोरी धीरे-धीरे बंद हो जाएगी। क्योंकि घरों में लगाए गए स्मार्ट मीटर को उपभोक्ताओं को रिचार्ज कराना होगा। जितना मीटर रिचार्ज होगा, वह उतनी ही बिजली का प्रयोग घरों में कर सकेगा। उसके बाद रिचार्ज खत्म होने के बाद बिजली अपने आम मीटर कट कर देगा। इतना ही नहीं, ट्रांसफार्मर में लगाए गए यह स्मार्ट मीटर कनेक्शन व उस पर लोड की क्षमता पर आधारित होंगे। प्रति ट्रांसफार्मर का कनेक्शन के अनुरूप क्षमता निर्धारित है। निर्धारित क्षमता से अधिक ट्रांसफार्मर से बिजली पास होते ही मीटर देखकर विभाग के लोगों को पता चल जाएगा, कि इस सम्बंधित एरिया में बिजली की चोरी हो रही है। इसके बाद उस इलाके या मोहल्ले में धर-पकड़ का अभियान विभाग शुरू कर देगा।


घरों के साथ क्षेत्रों के ट्रांसफार्मरों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। शहर कुछ ट्रांसफार्मरों में इसकी टेस्टिंग की जा रही है। इसस ट्रांसफार्मर वाइस सम्बंधित क्षेत्रों में बिजली की चोरी का पता विभाग को चल जाएगा। मालूम चलते ही उस इलाके में कनेक्शन पर निर्धारित लोड से अधिक खर्च होने वाली बिजली चुराने वाले लोगों की छानबीन शुरू कर दी जाएगी।
संजय कुमार, अधिशासी अभियंता सम्बद्ध विद्युत प्रथम