भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस द्वारा उनके विरुद्ध सौंपी गई रिपोर्ट को लेकर दिनभर रही चर्चा
जिले में एसएसपी रहे अभिषेक सहित तीन पर लगे थे भ्रष्टाचार के आरोप,
PRAYAGRAJ: जिले में तैनात रहे आईपीएस अभिषेक दीक्षित अपने थोड़े दिनों के कार्यकाल के दौरान यहां खूब चर्चा में रहे। थोक के भाव ट्रांसफर पोस्टिंग और उनके द्वारा की गई कार्रवाई आज भी लोगों के जेहन में है। वर्षो से अंडर ग्राउंड माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की गिरफ्तारी से मिली शोहरत के बाद उनकी कुंडली ही चेंज हो गई। उनके साथ स्टेनो रहे गौरव तिवारी का नाम भी सुर्खियों में रहा है। ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के आरोप दीक्षित पर लगते रहे हैं। खबर शासन तक पहुंची एसएसपी रहे अभिषेक दीक्षित समेत तीन लोग भ्रष्टाचार में निलंबित कर दिए। विजिलेंस द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में विभागीय कार्रवाई के लिए की गई सिफारिश के चलते रविवार को एक बार फिर वह यहां सुर्खियों में रहे।
एसएसपी सत्यार्थ के बाद हुई थी तैनाती
पिछले वर्ष एसएसपी रहे सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को कोरोना हो गया था। कोरोना से वह ठीक हुए तो तबादला हो गया। उनके बाद जिले में बतौर एसएसपी आईपीएस अभिषेक दीक्षित की पोस्टिंग हुई। जिले का चार्ज लेने के कुछ दिन बाद ही अभिषेक दीक्षित एक्शन मोड में आ गए। कुर्सी संभालते ही वह धड़ाधड़ ट्रांसफर पोस्टिंग में जुट गए। इससे उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे। सिर्फ अभिषेक पर ही नहीं उनके स्टेनो भी इस दाग से बच नहीं सके। भ्रष्टाचार के मामले में एसएसपी रहे अभिषेक दीक्षित व स्टेनो समेत कुल तीन लोग सस्पेंड किए गए। मामले की जांच विजिलेंस टीम के पाले में थी। इस टीम ने भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित आईपीएस अधिकारी अभिषेक दीक्षित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए गृह सिफारिश गृह विभाग से की है। कार्रवाई के लिए विजिलेंस टीम द्वारा की गई सिफारिश की खबर मिलते ही रविवार को अभिषेक दीक्षित लोगों के बीच चर्चा में रहे। माना जा रहा है कि टीम जल्द ही निलंबित किए गए अभिषेक के स्टेनो सहित अन्य करीबियों पर भी शिकंजा कस सकता है। हालांकि इस बारे में कोई अधिकारी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है।